राष्ट्रपति के मुख्य चिकित्सा सलाहकार डॉ. फाउची का बड़ा ऐलान, जल्द छोड़ देंगे सभी पद
संक्रामक बीमारियों के सबसे बड़े जानकार माने जाने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के स्वास्थ्य सलाहकार डॉ. एंथनी फाउची ने अब अपना पद छोड़ने का फैसला कर लिया है। उन्होंने सोमवार को ऐलान किया कि पांच दशक की सेवा के बाद वह दिसंबर में पद छोड़ने वाले हैं।
संक्रामक बीमारियों के सबसे बड़े जानकार माने जाने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के स्वास्थ्य सलाहकार डॉ. एंथनी फाउची ने अब अपना पद छोड़ने का फैसला कर लिया है। उन्होंने सोमवार को ऐलान किया कि पांच दशक की सेवा के बाद वह दिसंबर में पद छोड़ने वाले हैं। बाइडन के चीफ मेडिकल अडवाइजर फाउची नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ एलर्जी ऐंड इन्फेक्शस डिसीज और एआईएआईडी लैबोरेटरी के चीफ रह चुके हैं।
कोरोना महामारी के दौरान फाउची का नाम घर-घर में गूंजने लगा। उन्होंने महामारी से लड़ने में अपने अनुभव का प्रयोग किया। इससे पहले एचआईवी को लेकर उनका काम भी विश्वभर में जाना जाता है। उन्होंने कहा, मैं दिसंबर में अपने पद छोड़ने वाला हूं। अब मुझे नए अध्याय की शुरुआत करनी है।
बाइडन ने फाउची की तारीफ करते हुए कहा, आप भले ही किसी से व्यक्तिगत रूप से मिले हों या नहीं लेकिन आपने अपने काम से सभी अमेरिकियों के जीवन पर असर डाला है। मैं इस जनसेवा के लिए आपको अपने दिल की गहराई से धन्यवाद देता हूं। आपकी वजह से अमेरिका ज्यादा मजबूत और स्वस्थ बन सका।
बता दें कि एंथनी फाउची का जन्म 24 दिसंबर 1940 में हुआ था। 1984 में उन्होंने एआईएआईडी के निदेशक का पदभार संभाला। कोरोना महामारी के दौरान वह वाइट हाउस की टास्क फोर्स के मुख्य सदस्य थे। कोरोना के दौरान उनके बयान बेहद अहम माने जाते थे।
दूतावास की वेबसाइट पर प्रकाशित घोषणा में कहा गया है कि नए छात्रों के साथ ही उन पुराने छात्रों को छात्र वीजा जारी किए जाएंगे जो कोविड वीजा प्रतिबंध के कारण चीन की यात्रा नहीं कर सके थे।