राष्ट्रपति पर लगा 50 लाख की रिश्वत लेने का आरोप

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Update: 2023-06-10 18:20 GMT
नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन एक बड़े संकट में फंसते नजर आ रहे हैं। बाइडन पर यूक्रेन की एक कंपनी से 5 मिलियन (50 लाख) डॉलर की रिश्वत लेने का आरोप है। फॉक्स न्यूज की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि राष्ट्रपति बाइडन को रिश्वत के रूप में यूक्रेनी गैस कंपनी बरिस्मा होल्डिंग्स के एक कार्यकारी अधिकारी से 5 मिलियन डॉलर का भुगतान मिला था। बता दें कि ये वही कंपनी है जहां जो बाइडन के बेटे हंटर बाइडन बोर्ड सदस्य थे। हंटर बाइडन ने इस कंपनी में लंबे समय तक काम किया था।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उस गैस फर्म के कार्यकारी अधिकारी के खिलाफ जांच चल रही है। यूक्रेनी वकील विक्टर शॉकिन इसकी जांच कर रहे हैं। भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे उस कार्यकारी अधिकारी ने जो बाइडन से फेवर मांगा था क्योंकि कंपनी आरोपों के कारण निवेश करने में असमर्थ थी। खबर के मुताबिक, ‘भ्रष्टाचार की जांच को समाप्त करने के लिए जो बाइडन को 50 लाख डॉलर का भुगतान किया गया था।'
एफबीआई को इसके बारे में जून 2020 में एक गोपनीय सोर्स से पता चला था। सोर्स ने संकेत दिया था कि जो बाइडन और एक विदेशी व्यक्ति कथित रूप से एक आपराधिक रिश्वत कांड में शामिल थे। मीडिया रिपोर्ट में एक FBI FD-1023 फॉर्म का जिक्र किया गया है, जिसका इस्तेमाल FBI एजेंटों द्वारा गोपनीय सूत्रों द्वारा प्रदान की गई असत्यापित जानकारी को दर्ज करने के लिए किया जाता है। FBI के फॉर्म में इंटरव्यू किए गए सोर्स का जिक्र है जिसे "अत्यधिक विश्वसनीय" बताया गया है।
रिपोर्टों के मुताबिक, उस FBI दस्तावेज में कथित तौर पर सारी जानकारी लिखी हुई है कि कैसे एक यूक्रेनी वकील को हटाने के लिए जो बाइडन को 50 लाख डॉलर दिए गए थे। वह पैसा कथित रूप से यूक्रेनी तेल कंपनी बरिस्मा होल्डिंग्स के मालिक की तरफ से ही आया था। इस बीच रिपब्लिकन सांसदों ने आरोप लगाया है कि राष्ट्रपति बाइडन के अलावा, उनके बेटे हंटर बाइडन ने भी यूक्रेनी गैस कंपनी को भ्रष्टाचार की जांच से बचाने के लिए 50 लाख डॉलर हासिल किए हैं। सोर्स ने बताया कि 2015 से कई वर्षों में बरिस्मा के एक वरिष्ठ कार्यकारी के साथ उसकी कई बैठकों पर चर्चा हुई। इस दौरान कार्यकारी अधिकारी ने अमेरिका में तेल अधिकार प्राप्त करने और अमेरिकी तेल कंपनी के साथ संबंध स्थापित करने से संबंधित मामलों पर एक गोपनीय सोर्स से सलाह मांगी।
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