चीन को रोकने की तैयारी, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन ने बनाया महाप्लान
वाशिंगटन । अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन ने भारत-प्रशांत क्षेत्र में चीनी महत्वाकांक्षाओं का मुकाबला करने के लिए ऑस्ट्रेलिया को 2030 के दशक की शुरुआत से परमाणु-संचालित हमलावर पनडुब्बियां प्रदान करने की योजना का खुलासा किया। सैन डिएगो में अमेरिकी नौसैनिक अड्डे पर ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस और ब्रिटिश प्रधान मंत्री ऋषि सुनक के साथ, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 2021 ऑक्स साझेदारी के तहत समझौते को एक स्वतंत्र और खुलेपन के लिए साझा प्रतिबद्धता का हिस्सा बताया।
सुनक ने इस एक शक्तिशाली साझेदारी बताकर कहा कि पहली बार इसका मतलब होगा कि अटलांटिक और प्रशांत क्षेत्र में एक साथ काम करने वाली पनडुब्बियों के तीन बेड़े हमारे महासागरों को आने वाले दशकों तक मुक्त रखने वाले हैं। संयुक्त बयान में कहा गया है कि सौदे के तहत, अमेरिका ऑस्ट्रेलिया को तीन यूएस वर्जीनिया वर्ग की परमाणु-संचालित पनडुब्बियों को बेचने का इरादा रखता है, जो कि 2030 के दशक की शुरुआत में जनरल डायनेमिक्स द्वारा बनाई गई हैं, ऑस्ट्रेलिया के लिए दो और खरीदने का विकल्प है।
अल्बनीज ने तीन देशों के बीच संबंधों में इसे एक नया अध्याय बताते हुए कहा कि यह एक ऐसी दोस्ती है, जो उनके साझा मूल्यों, लोकतंत्र के प्रति प्रतिबद्धता तथा शांतिपूर्ण और समृद्ध भविष्य के समान दृष्टिकोण पर आधारित है। उन्होंने कहा, ‘‘हम यहां सैन डिएगो में पुष्टि करते हैं ऑकस समझौता ऑस्ट्रेलिया की रक्षा क्षमता में सबसे बड़ा एकल निवेश है, हमारे क्षेत्र में ऑस्ट्रेलिया की राष्ट्रीय सुरक्षा तथा स्थिरता को मजबूत करता है।