साउथ अफ्रीका में समय से पहले पांचवी लहर की दस्तक, गहराया कोरोना संकट

जहां लगभग 60 मिलियन की आबादी में से 45% से भी कम वयस्क आबादी को पूरी तरह से टीका लगाया गया है.

Update: 2022-05-03 02:24 GMT

दुनियाभर के तमाम देश कोरोना को लेकर अपने-अपने संघर्ष से गुजर रहे हैं. कहीं तीन लहरें झटका दे चुकी हैं तो कहीं पांचवी की दस्तक है. पिछले कुछ हफ्तों में तो कोरोना के नए मामलों में भारी उछाल देखने को मिला है. एशिया और यूरोप के कुछ देशों में तो कोरोना ने तबाही मचा रखी है. कुछ हफ्तों पहले तो हालात इतने खराब थे कि चीन में लॉकडाउन तक लगाना पड़ा. ऐसे में अब साउथ अफ्रीका में भी कोरोना तेजी से पैर पसार रहा है. पिछले 14 दिनों में संक्रमण के तेजी से बढ़ने की वजह से यहां कोरोना की पांचवी लहर की आशंका जताई जा रही है.

समय से पहले पांचवी लहर की दस्तक
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक साउथ अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्री जो फाहला (Joe Phaahla) का कहना है कि देश में जिस तेजी से मामले बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए आशंका जताई जा रही है कि साउथ अफ्रीका में उम्मीद से पहले कोरोना वायरस की पांचवीं लहर (Covid 5th wave) आ सकती है. अफ्रीका में दक्षिण अफ्रीका में कोरोना की वजह से सबसे ज्यादा मौत हुई हैं. महामारी के दौरान यहां 3.7 मिलियन से अधिक पुष्ट मामले मिले और 100,000 से अधिक मौतें हुई हैं.
लोगों के बीच पैर पसार रहा संक्रमण
पिछले 2 हफ्तों की बात की जाए तो यहां कोरोना मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. इसी वजह से यहां कोरोना की पांचवी लहर की संभावना बढ़ गई है. आपको बता दें कि साउथ अफ्रीका में इन दिनों बुखार, सिरदर्द, स्वाद गायब होना आदि बीमारियों के मामले तेजी से देखे जा रहे हैं. ये सब वही लक्षण हैं जो कि कोरोना वायरस को फैलाने में मददगार साबित होते हैं.
45% आबादी को लगा कोरोना का टीका
गौरतलब है कि साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा (Cyril Ramaphosa) ने अप्रैल की शुरुआत में ही यह घोषणा की थी कि महामारी से संबंधित सभी कानूनी प्रतिबंध हटा दिए गए हैं. रोग की अंतिम लहर के परिणामस्वरूप वायरस का अधिक संचरण (Transmission) हुआ लेकिन कम गंभीर मामले सामने आए. दक्षिण अफ्रीका, जहां लगभग 60 मिलियन की आबादी में से 45% से भी कम वयस्क आबादी को पूरी तरह से टीका लगाया गया है.

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