कोरोना वायरस को झूठा समझने वाली गर्भवती महिला हुई संक्रमित, अब लोगों से की ये अपील
कोरोना वायरस को कुछ लोग झूठा समझते हैं। उन्हें लगता है
कोरोना वायरस को कुछ लोग झूठा समझते हैं। उन्हें लगता है कि कोरोना से कोई खतरा नहीं है। इसी सोच ने इंग्लैंड के ग्लॉस्टरशायर की गर्भवती महिला को अच्छा सबक दिया। उसने इस वायरस को झूठा माना और आज वह वायरस से पीड़ित है।
गर्भवती टॉरी हॉवेल ने बताया कि उसके लिए लक्षणों से पहले यह महामारी एक धोखा थी, अब वह कोविड पॉजिटिव पाई गई है और वायरस के कारण सांस लेने के लिए संघर्ष कर रही है।
स्थानीय मीडिया से बात करते हुए टॉरी ने कहा कि उसका स्वास्थ्य रविवार से खराब था, उसे स्वाद और गंध में समस्या थी। यह सब ठंड और सिरदर्द के बाद बुखार से शुरू हुआ।
उसने आगे कहा कि वह सचमुछ बेदम है। वह दमा की मरीज है और पूरी तरह से दवाओं पर है। उसने कहा कि कल मेरा सबसे बुरा दिन था। टॉरी अभी भी अस्वस्थ महसूस करती है लेकिन बच्चा ठीक है।
टॉरी हॉवेल ने माना कि कोरोना वायरस झूठा नहीं है, यह वास्तविक है। अब वह लोगों को घर में ही रहने की सलाह दे रही है। उसने कहा 'मैंने वायरस के बारे में बहुत सारी बातें ऑनलाइन पढ़ीं और मुझे पूरी ईमानदारी से लगा कि यह महीनों से चल रहा है बकवास है, क्योंकि मैं इसके बारे में नहीं जानती थी।'
हॉवेल ने कहा कि यह वायरस असली है। मैं वो शब्द वापस लेती हूं जो मैंने पहले कभी कहे थे। लोगों को मेरा संदेश है कि कृपया घर में रहें। वह अब नियमित रूप से एक ऑनलाइन चिकित्सक के संपर्क में है।
अब सोशल मीडिया पर लोग उसके जल्दी स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि समय सबसे बड़ा शिक्षक होता है। आशा करता हूं आप जल्दी ठीक हो जाएंगी।