हैती में शक्तिशाली भूकंप ने मचाई तबाही, अबतक 1300 लोगों की मौत, हजारों घायल
भूकंप के कारण कोरोना वायरस महामारी से पहले से बुरी तरह प्रभावित हैती के लोगों की पीड़ा और भी बढ़ गई है. संकट और भी बढ़ सकता है क्योंकि तूफान ग्रेस आज हैती पहुंच सकता है.
हैती की नागरिक सुरक्षा एजेंसी ने घोषणा की है कि हैती में आए 7.2 तीव्रता के भीषण भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1300 हो गई है. हैती के सिविल प्रोटेक्शन सर्विस ने एक ट्वीट में कहा कि सूद में 1,054, निप्स में 122, ग्रैंड एन्से में 119 और नॉर्ड-ऑएस्ट में दो लोग मारे गए.
शहर तबाह हो चुके हैं और अस्पताल मरीजों से भर गए हैं
भूकंप के बाद दिनभर और रात तक झटके महसूस किए जाते रहे. बेघर हो चुके लोग और वे लोग जिनके मकान ढहने के कगार पर हैं, ने खुले में सड़कों पर रात बिताई. शहर तबाह हो चुके हैं और अस्पताल मरीजों से भर गए हैं. प्रधानमंत्री ने पूरे देश में एक महीने की आपात स्थिति की घोषणा की है और कहा है कि जब तक क्षति का आकलन नहीं हो जाता तब तक वह अंतरराष्ट्रीय मदद नहीं मांगेंगे.
'एक साथ काम करना' आवश्यक है- पीएम
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री एरियल हेनरी ने कहा कि भूकंप के बाद 'बेहद गंभीर स्थिति' का सामना करने के लिए 'एक साथ काम करना' आवश्यक है. उन्होंने कहा,"मैंने भूकंप पीड़ितों से मुलाकात की. डॉक्टर, बचाव दल और पैरामेडिक्स हवाई अड्डे से सहायता प्रदान करने के लिए पहुंच रहे हैं."
प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर कहा, "यह एक कठोर और दुखद वास्तविकता है जिसका हमें साहस के साथ सामना करना चाहिए." उन्होंने कहा कि विभिन्न टीमें 'पीड़ितों को सहायता देने' के लिए मैदान पर हैं और संकट से निपटने के लिए त्वरित कार्रवाई का आह्वान किया.
पहले कोरोना, फिर भूकंप और अब तूफान
बता दें कि शनिवार को 7.2 तीव्रता का भूकंप हैती के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में आया, जिसका केंद्र पोर्ट-ओ-प्रिंस की राजधानी से लगभग 150 किमी दूर था. भूकंप आने से कई शहर पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं और भूस्खलन होने से बचाव अभियान प्रभावित हो रहा है. भूकंप के कारण कोरोना वायरस महामारी से पहले से बुरी तरह प्रभावित हैती के लोगों की पीड़ा और भी बढ़ गई है. संकट और भी बढ़ सकता है क्योंकि तूफान ग्रेस आज हैती पहुंच सकता है.