दिल्ली। इंसान अगर मन में ठान ले तो वो कुछ भी कर गुजरता है. एक व्यक्ति जो कभी हवाई जहाज में नहीं बैठा, कभी नजदीक से उसे देखा नहीं लेकिन उसे उड़ान से इतना लगाव था कि उसने कबाड़ से एक रिमोट कंट्रोल हवाई जहाज बना डाला. नाइजीरिया के लागोस के बोलाजी फताई इन दिनों खूब चर्चाओं में बने हुए हैं. फताई एक गरीब परिवार से आते हैं. वायरल हुए वीडियो में कबाड़ से बनाया गया फताई का प्लेन खूब तेजी से हवा में उड़ रहा है. हालांकि फताई ने प्रोपेलर और रिमोट कंट्रोल को एक दुकान से खरीदा है लेकिन प्लेन की पूरी बॉडी उन्होंने बेकार पड़े सामान से बना डाली है. गल्फ न्यूज के अनुसार 21 साल के फताई ने बताया कि उन्होंने 7 साल की उम्र से इसके लिए सामान जुटाना शुरू कर दिया था. फताई ने बताया कि जब कभी मैं हवाई जहाज उड़ता देखता था तो मेरा मन झूम उठता था. हालांकि मैं कभी हवाई जहाज में नहीं बैठ सका हूं.
कबाड़ का बना रिमोट कंट्रोल हवाई जहाज बनाकर फताई सिर्फ चर्चाओं में ही नहीं आए बल्कि एक टेक कंपनी ने उन्हें इंटर्नशिप भी ऑफर कर दी है. ये फताई के एरोनॉटिकल इंजीनियर बनने की ओर पहला बड़ा कदम है. फताई ने कहा कि उनका देश अंडर डेवलपिंग है और वे इसके विकास में अपनी इस ड्रोन टेक्नोलॉजी के जरिए छोटा सा योगदान देना चाहते हैं.
मेहनत और लगन से कम से कम संसाधन में बहुत कुछ किया जा सकता है और इसके कई उदाहरण पहले भी आते रहे हैं. भारत के छत्तीसगढ़ में बीते साल जून में ऐसा कुछ देखने को मिला था जब चंदन नाम के शख्स ने कोरोना काल में नौकरी चले जाने पर कबाड़ से बोरवेल मशीन बना डाली थी, जो अन्य बोरवेल मशीन से काफी अलग है.
कम खर्च में बनी यह मशीन 40-50 फीट तक आसानी से खुदाई कर देती है. आमतौर पर बोरवेल मशीन से खुदाई में 70-80 हजार रुपये का खर्च आता है, लेकिन जुगाड़ से बनाई गई इस मशीन से 35 से 40 हजार रुपये में काम हो जाता है और पानी भी पूरा आता है. चंदन का कहना है कि उन्होंने बोरवेल मशीन को लेकर कुछ इनोवेशन करने का मन बनाया और कबाड़ से बोरवेल मशीन तैयार कर दी. अब वह आराम से 4 से 5 घंटे आसानी से गन्ने के खेतों में पानी डाल लेते हैं. गांव में बोरवेल से कहीं काम मिलता है तो वह अपनी इस मशीन का इस्तेमाल करते हैं और पैसे कमाते हैं.