बाइडन और किशिदा के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे पीएम मोदी, किन मुद्दों पर होगा क्वाड का फोकस?
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और जापानी पीएम किशिदा के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करने जा रहे हैं।
टोक्यो : भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्राध्यक्ष क्वाड समूह को मजबूत करने के लिए अगले मंगलवार को टोक्यो में होने वाले क्वाड शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। यह बैठक ऐसे समय पर होगी जब रूस-यूक्रेन युद्ध को तीन महीने पूरे हो रहे हैं। चारों क्वाड देश यूक्रेन पर रूसी हमले और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की आक्रमकता पर एक मजबूत बयान जारी करने की तैयारी कर रहे हैं। ये दोनों खतरे और इनका वैश्विक प्रभाव बैठक में चर्चा का प्रमुख विषय होगा।
ऑस्ट्रेलिया में आज चुनाव हो रहे हैं। अगर किसी चमत्कार से स्कॉट मॉरिसन की सत्ता में वापसी नहीं हुई तो इस बात की प्रबल संभावना है कि क्वाड टोक्यो में एक नए ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री का स्वागत कर सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समूह के सबसे वरिष्ठ सदस्य हैं, वहीं जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा समूह में शामिल होने वाले सबसे नए सदस्य हैं। क्वाड समूह यूक्रेन में हिंसा को तत्काल रोकने का आह्वान ऐसे समय पर करेगा जब रूस बड़े पैमाने पर डोनबास और मारियुपोल क्षेत्र पर कब्जे का दावा कर रहा है।
हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की चुनौती पर नजर
अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ ने रूस को आर्थिक और सैन्य रूप चुनौती देने का मन बना लिया है। ग्रीस और इटली में नए एलएनजी टर्मिनलों से मॉस्को के साथ तेल और गैस संबंधों को कम करने के गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं। फिनलैंड और स्वीडन को नाटो में शामिल होने के लिए राजी करके अमेरिका और यूरोपीय संघ ने रूस की चिताओं को बढ़ा दिया है। यूक्रेन युद्ध के अलावा क्वाड का मुख्य फोकस इंडो-पैसिफिक और ताइपे पर चीनी आक्रमण की स्थिति में ताइवान मिलिट्री इमरजेंसी की चुनौती और जापान पर इसके प्रभाव पर होगा।
बाइडन और किशिदा के साथ पीएम मोदी की द्विपक्षीय बैठक
उम्मीद की जा रही है कि क्वाड देश ग्लोबल सप्लाई चेन पर ध्यान केंद्रित करने और उभरती हुई प्रौद्योगिकियों में साझेदारी के साथ समुद्री और ऊर्जा सुरक्षा आर्किटेक्चर को मजबूत करने के लिए हाथ मिला सकता है। क्वाड समिट में हिस्सा लेने के अलावा पीएम मोदी आर्थिक और ऊर्जा सहयोग को गहरा करने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और जापानी पीएम किशिदा के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करने जा रहे हैं।