Moscow.मास्को. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को मॉस्को पहुंचे, जहां से उन्होंने रूस और फिर ऑस्ट्रिया की अपनी दो दिवसीय राजकीय यात्रा की शुरुआत की। मॉस्को एयरपोर्ट पर पहुंचने पर प्रधानमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। रूस के प्रथम उप प्रधानमंत्री डेनिस मंटुरोव ने मोदी की अगवानी की। मंटुरोव उस उप प्रधानमंत्री से वरिष्ठ हैं, जिन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की रूस यात्रा के दौरान अगवानी की थी। प्रथम उप प्रधानमंत्री मंटुरोव भी प्रधानमंत्री मोदी के साथ से होटल तक उसी कार में जाएंगे। रूस रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री ने एक्स पर लिखा था, "अगले तीन दिन रूस और एयरपोर्टAustria में रहेंगे। ये यात्राएं इन देशों के साथ संबंधों को और मजबूत करने का एक शानदार अवसर होगा, जिनके साथ भारत की पुरानी दोस्ती है। मैं इन देशों में रहने वाले भारतीय समुदाय के साथ बातचीत करने के लिए भी उत्सुक हूं।" यह प्रधानमंत्री मोदी की पांच साल में पहली रूस यात्रा है। उन्होंने 2019 में रूसी शहर व्लादिवोस्तोक में एक आर्थिक शिखर सम्मेलन में भाग लिया था। 2022 में यूक्रेन युद्ध छिड़ने के बाद से यह मोदी की पहली रूस यात्रा भी है।
मंगलवार को 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के दौरान, मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से व्यापार, ऊर्जा और रक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को और विस्तारित करने के तरीकों पर विचार करने की उम्मीद है। भारत के प्रधान मंत्री और रूस के राष्ट्रपति के बीच वार्षिक शिखर सम्मेलन दोनों देशों के बीच रणनीतिक Partnerships में सर्वोच्च संस्थागत संवाद तंत्र है। अब तक भारत और रूस में बारी-बारी से 21 वार्षिक शिखर सम्मेलन हो चुके हैं। पिछला शिखर सम्मेलन 6 दिसंबर, 2021 को नई दिल्ली में आयोजित किया गया था। पुतिन शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत आए थे। रूसी राष्ट्र के प्रमुख के रूप में पुतिन नौ बार भारत आ चुके हैं। और राष्ट्रपति पुतिन ने पिछली बार 16 सितंबर, 2022 को उज्बेकिस्तान के समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन के दौरान द्विपक्षीय वार्ता की थी। मोदी ने यूक्रेन में संघर्ष को समाप्त करने पर जोर देते हुए पुतिन से कहा था, "आज का युग युद्ध का नहीं है।" प्रधानमंत्री ने पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के साथ कई बार टेलीफोन पर बातचीत की है। भारत ने अभी तक यूक्रेन पर मास्को के आक्रमण की निंदा नहीं की है और यह कहता रहा है कि इस संकट को कूटनीति और बातचीत के जरिए सुलझाया जाना चाहिए। रूस से मोदी मंगलवार को ऑस्ट्रिया जाएंगे, जो 40 साल से अधिक समय में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की उस देश की पहली यात्रा होगी। प्रधानमंत्री मोदी
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