कोविड नियम तोड़ने पर व्यक्ति को हुई 18 महीने की Jail, अवैध तरीके से किया था वियतनाम में प्रवेश
इसमें वैक्सीन, संक्रमित लोगों को मदद करने आदि में हुआ खर्च शामिल है.
कई देशों में लोग कोविड प्रोटोकॉल (Covid-19 Protocols) का लगातार उल्लंघन कर रहे हैं और अपने साथ-साथ दूसरों की जान में भी जोखिम डाल रहे हैं. ऐसे हालातों में वियतनाम (Vietnam) ने एक बढ़िया उदाहरण पेश किया है. यहां एक व्यक्ति को COVID-19 के क्वांरटीन (Quarantine) नियमों को तोड़ने और दूसरे लोगों को कोरोना वायरस संक्रमित करने के लिए 18 महीने की जेल (Jail) की सजा सुनाई गई है.
अवैध तरीके से किया था वियतनाम में प्रवेश
वियतनाम समाचार एजेंसी (VNA) ने बताया कि 30 वर्षीय दाओ ड्यू तुंग को उत्तरी प्रांत हाई डुओंग के पीपुल्स कोर्ट में 'खतरनाक संक्रामक रोग फैलाने' का दोषी ठहराया गया है. एजेंसी ने कहा, 'तुंग ने 22 अप्रैल को अवैध तरीके से लाओस से वियतनाम में प्रवेश किया और 14 दिन के क्वारंटीन नियमों का उल्लंघन किया. यह सूचित किए जाने के बाद कि उनके संपर्क में आए लोग भी कोविड से संक्रमित हुए हैं, तुंग ने लापरवाही की. उन्होंने कई शहरों की यात्रा की और कई जगहों पर गए.'
वियतनाम में बिगड़े हालात
दुनिया में कोरोना वायरस से अच्छी तरह से निपटने वाले देशों में वियतनाम भी शामिल है. यहां टारगेटेड मास टेस्टिंग की गई, जबरदस्त तरीके से कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की गई, सीमा पर सख्त प्रतिबंध लगाए गए और सख्त क्वारंटीन नियमों का पालन कराया गया. लेकिन पिछले कुछ हफ्तों ने यहां के हालात बदल दिए और अप्रैल के आखिर से यहां रोजाना रिकॉर्ड संख्या में नए मामले दर्ज हो रहे हैं.
अब तक यहां 42,288 मामले और 207 मौतें दर्ज हुईं हैं. इसमें राजधानी हनोई से सटे हाई डुओंग प्रांत में अप्रैल के अंत से केवल 51 मामले दर्ज हुए हैं. यह देश के दक्षिण में स्थित हो ची मिन्ह सिटी के 22 हजार मामलों से बहुत कम हैं, जो कि देश का कोरोनावायरस एपीसेंटर है.
तुंग के कारण हुआ करीब 1 करोड़ रुपये का नुकसान
VNA रिपोर्ट के अनुसार, तुंग द्वारा नियमों का उल्लंघन करने के कारण देश की अथॉरिटीज को 3 बिलियन डोंग ($ 130,372.43 या करीब 1 करोड़ रुपये) से ज्यादा का वित्तीय नुकसान हुआ है. हालांकि इस नुकसान के बारे में विस्तार से नहीं बताया गया है.
शुक्रवार को सरकार ने बताया कि वियतनाम ने अपने कुल बजट में से 21.5 ट्रिलियन डोंग (934.34 मिलियन डॉलर) वायरस से लड़ने में खर्च किए हैं. इसमें वैक्सीन, संक्रमित लोगों को मदद करने आदि में हुआ खर्च शामिल है.