पाकिस्तान के लोगों को लग सकता है महंगाई का करंट, 16 अप्रैल से लागू होंगे नए रेट
सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की, लेकिन विद्रोहियों को हुए नुकसान की जानकारी नहीं मिल पाई है।
पाकिस्तान में पीटीआइ की सरकार जाते ही वहां की आयल एंड गैस रेग्यूलेट्री अथारिटी (ओग्रा) ने पेट्रोलियम उत्पादों की कीमत 120 रुपये (पाकिस्तानी रुपये में) प्रति लीटर (83 फीसद से अधिक) बढ़ाने की सिफारिश की है। पेट्रोल की कीमत पाकिस्तानी रुपये में 83.5 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत क्रमश: 119 रुपये प्रति लीटर बढ़ गई है।
16 अप्रैल से लागू होंगी नई कीमतें
नई कीमतें 16 अप्रैल से लागू होंगी जिससे सभी वस्तुओं के दाम बढ़ने के साथ ही मुद्रा विनिमय में घाटा होगा और करों की दर अधिकतम होगी। पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शहबाज खान के आते ही देश की आर्थिक स्थिति को एक और बड़ा झटका लग गया है। इससे पाकिस्तानी जनता को समझ आने लगा है कि उनका नेता कोई भी हो उनके हालात में सुधार नहीं होने वाला है।
डीजल की कीमत में 83.2 फीसद की हुई बढ़ोतरी
डान की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के आयल एंड गैस रेग्युलेटरी अथारिटी (ओग्रा) ने हाई स्पीड डीजल (एचएसडी) की एक्स डीपो कीमत मौजूदा समय में 144.15 के मुकाबले 264.03 रुपये प्रति लीटर तय की है। ओग्रा की कोशिशों के बावजूद इसकी कीमत में 119.88 रुपये या 83.2 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। इसी तरह से पेट्रोल के दामों में भी 144.15 रुपये प्रति लीटर के मुकाबले अगले पखवाड़े के लिए कुल 235.16 रुपये प्रति लीटर कीमत निर्धारित की गई है जो सीधे तौर पर 85.30 रुपये या 57.4 फीसद की बढ़ोतरी है। उच्च पदस्थ सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि ओग्रा ने केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा है कि पेट्रोलियम उत्पादों के दामों में भारी बढ़ोतरी हो रही है। पूर्ववर्ती पीटीआइ सरकार ने भी बिक्रीकर और पेट्रोलियम लेवी शुल्कों को लेकर नई दरें लगाई थीं।
विद्रोहियों के हमलों में मारे गए आठ पाकिस्तानी सैनिक
पाकिस्तान के उत्तरी वजीरिस्तान में विद्रोहियों के हमलों में आठ सैनिक मारे गए। विद्रोहियों ने दो अलग-अलग स्थानों पर पाकिस्तानी सैनिकों को निशाना बनाकर हमले किए। समाचारपत्र डान के अनुसार, पहली घटना गुरुवार को वजीरिस्तान कबायली जिले के दाताखेल तहसील में हुई, जहां सात सैनिक मारे गए। विद्रोहियों ने सुरक्षा बलों के वाहन पर घात लगाकर हमला किया। रिपोर्ट के मुताबिक, सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की, लेकिन विद्रोहियों को हुए नुकसान की जानकारी नहीं मिल पाई है।