यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि रूस के साथ शांति वार्ता जारी है "लेकिन फिलहाल केवल शब्द हैं, कुछ भी ठोस नहीं है." जेलेंस्की ने यह भी कहा कि यूक्रेन डोनबास पर रूसी हमलों को जवाब देने की तैयारी कर रहा है. दरअसल यूक्रेन पर रूसी हमला शुरू होने के शीघ्र बाद यूक्रेनी सरकार और सैन्य एजेंसियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले सेटेलाइट नेटवर्क पर हुए साइबर हमले के कारण यूरोपीय देशों के हजारों लोगों के ब्रॉडबैंड इंटरनेट कनेक्शन प्रभावित हुए थे. उपग्रह (सेटेलाइट) के स्वामित्व वाली कंपनी ने बुधवार को यह खुलासा किया. अमेरिका की कंपनी वायासेट ने इस बात का भी खुलासा किया कि किस तरह साइबर हमले को अंजाम दिया गया, जो अब तक किसी भी युद्ध के दौरान किया गया सबसे बड़ा साइबर हमला है. कंपनी ने इस हमले के व्यापक प्रभाव के बारे में भी जानकारी साझा की है.
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव आज चीन पहुंचे हैं. यह यूक्रेन पर हमले के बाद से उनकी पहली बीजिंग यात्रा है. इस दौरान चीन ने कहा कि दोनों दोनों सहयोगियों के बीच सहयोग की कोई सीमा नहीं है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा, 'चीन-रूस सहयोग की कोई सीमा नहीं है, हमारे लिए शांति के लिए प्रयास करने की कोई सीमा नहीं है, हमारे लिए सुरक्षा की कोई सीमा नहीं है और हमारे लिए आधिपत्य का विरोध करने के लिए कोई सीमा नहीं है.' चीन का दौरा करने के बाद लावरोव भारत आएंगे.
बता दें कि रूस-यूक्रेन युद्ध 35 दिन से जारी है. दोनों देशों के बीच लगातार एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी भी चल रही है. इसी बीच रूसी रक्षा मंत्रालय क्रेमलिन ने बुधवार को यूक्रेन पर बड़ा आरोप लगाया है. रूस का कहना है कि कीव सरकार ने जैविक हथियारों के इस्तेमाल पर गंभीरता से विचार किया है. यूक्रेन इस जंग में रूस और डोनबास के खिलाफ जैविक हमला भी कर सकता है.