अमेरिका के साथ संबंधों में 'महत्वपूर्ण बदलाव' की मांग की पाकिस्तान के नए NSA मोईद यूसुफ, कही ये बात

यूसुफ अपने अमेरिकी समकक्ष से मुलाकात के फौरन बाद वाशिंगटन जा सकते हैं.

Update: 2021-05-26 11:02 GMT

अमेरिका के साथ संबंधों में 'महत्वपूर्ण बदलाव' की मांग करते हुए पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद यूसुफ (Moeed Yusuf) ने अमेरिका के अपने समकक्ष जैक सुलिवान को द्विपक्षीय संबंधों को सुरक्षा और रक्षा पर नहीं बल्कि अर्थव्यवस्था और व्यापार के आधार पर बढ़ाने की रूपरेखा पेश की. मीडिया में आई एक खबर में बुधवार को यह जानकारी दी गई है (Pakistan Presents Blueprint of Relations with US). इस महीने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) बने यूसुफ ने रविवार को जिनेवा में सुलिवान से मुलाकात की है.

पहली बार व्यक्तिगत तौर पर उच्च स्तरीय बैठक में पाकिस्तानी और अमेरिकी एनएसए ने द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर व्यापक बातचीत की (Moeed Yusuf Meets Jake Sullivan). पूर्व के चलन को तोड़ते हुए यूसुफ ने पाकिस्तानी योजना पेश करते हुए अमेरिका के साथ सुरक्षा और रक्षा पर नहीं, बल्कि अर्थव्यवस्था, व्यापार और कारोबार के आधार पर अमेरिका के साथ द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया. मामले से जुड़े सूत्रों ने 'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' को बताया कि जहां तक अमेरिका के साथ रिश्तों की बात है, तो पाकिस्तान अपने रुख में 'महत्वपूर्ण बदलाव' कर रहा है.
ट्रंप कार्यकाल में क्या हुआ था?
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने जनवरी 2018 में यह कहते हुए पाकिस्तान के साथ सभी सुरक्षा सहयोग निलंबित कर दिए थे कि वह आतंकवाद के खिलाफ इस्लामाबाद के सहयोग और लड़ाई में उसकी भूमिका से संतुष्ट नहीं है. खबर में कहा गया है कि प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन के तहत अमेरिका के साथ संबधों पर नई रणनीति बनाने के लिए मार्च में एक शीर्ष समिति का गठन किया था.
'रूपरेखा' लेकर जिनेवा गए यूसुफ
रिपोर्ट में कहा गया है कि सूत्रों ने बताया कि यूसुफ एक 'रूपरेखा' लेकर जिनेवा गए, जिसमें सुरक्षा सहयोग और अफगानिस्तान के इतर अमेरिका के साथ संबंध बढ़ाने की पाकिस्तान की इच्छा जताई गई है. बहरहाल अभी यह स्पष्ट नहीं है कि बाइडेन प्रशासन अपनी रणनीतिक प्राथमिकताओं और भारत के साथ करीबी संबंधों को देखते हुए इस रूपरेखा को मंजूर करता है या नहीं. साथ ही पाकिस्तान और चीन (Pakistan China Relations) के बीच करीबी संबंध भी अमेरिका को पाकिस्तान के साथ सहयोग बढ़ाने से रोक सकता है. खबरों के मुताबिक, इस बीच सूत्रों ने बताया कि यूसुफ अपने अमेरिकी समकक्ष से मुलाकात के फौरन बाद वाशिंगटन जा सकते हैं.


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