पाकिस्तान की बढ़ी मुश्किलें: पाक में शुरू हुई कोरोना की 'तीसरी लहर', संक्रमण के मामले 6 लाख 50 हजार के पार
पाकिस्तान में शुरू हुई ‘तीसरी लहर’
पाकिस्तान (Pakistan) की मुश्किलें कम होने के बजाय बढ़ती जा रही हैं. एक ओर जब कई देशों ने कोरोना (Corona) को मामले घटने की जानकारी दी है वहीं पाकिस्तान में कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave) ने कदम रख दिया है. पाकिस्तान में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. रविवार को 24 घंटों में कोरोना के 2,664 नए मामले दर्ज किए गए. वायरस का पॉजिटिविटी प्रतिशत (Positivity Percentage) 6.6 फीसदी मापा गया है.
वहीं संक्रमण से एक दिन में 32 लोगों ने जान गंवा दी. बीते 24 घंटों में दर्ज किए गए मामलों के साथ पाकिस्तान में कुल मामलों की संख्या बढ़कर 652,000 हो चुकी है. इसमें 570,000 लोग वायरस से ठीक हो चुके हैं. मरने वालों की संख्या बढ़कर 13,508 हो चुकी है. शनिवार को पाकिस्तान ने वायरस के 40,564 टेस्ट किए, जिनमें 2000 से अधिक मामले सामने आए.
पाकिस्तान में शुरू हुई 'तीसरी लहर'
इस हफ्ते की शुरुआत में एनसीओसी और शिक्षा मंत्रालय ने देश के कुछ शहरों में स्कूलों को बंद करने का अहम फैसला लिया है. एनसीओसी ने घोषणा करते हुए कहा कि देश में कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए तीर्थयात्राओं, होटल-रेस्टोरेंट और सिनेमा हॉल जैसी गतिविधियों पर लगे प्रतिबंध को बढ़ाने का फैसला लिया गया है.
एनसीओसी प्रमुख असर उमर ने एक गंभीर चेतावनी जारी करते हुए बताया कि पाकिस्तान में कोरोना वायरस की तीसरी लहर शुरू हो चुकी है. डॉन न्यूज से बात करते हुए गुरुवार को प्लानिंग मिनिस्टर ने कहा कि हां, बिल्कुल. इसमें कोई शक नहीं है कि तीसरी लहर शुरू हो चुकी है. उन्होंने कहा कि इसके पीछे ब्रिटेन का कोरोना वैरिएंट एक अहम कारण है.
ब्रिटेन के स्ट्रेन से बढ़ी मृत्यु दर
उमर ने कहा था कि जिन जिलों में पॉजिटिविटी रेशियो ज्यादा देखा गया, वहां ब्रिटेन में रहने वाले पाकिस्तानियों की संख्या अधिक थी. उन्होंने कहा कि ब्रिटेन का स्ट्रेन पहले की तुलना में ज्यादा तेजी से फैलने के लिए जाना जाता है. ये वुहान में पाए गए मूल वैरिएंट की तुलना में आसानी से फैलता है और नई रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि इसकी मृत्यु दर भी अधिक है.
उमर ने कहा कि पिछले साल मार्च में पाकिस्तान में कोरोना से पहली मौत और अब 2021 तक हमारी मृत्यु दर में लगातार बढ़ोत्तरी हुई है. हमारा अनुमान था कि नया स्ट्रेन इसके लिए जिम्मेदार है लेकिन अब अंतर्राष्ट्रीय रिपोर्ट्स ने इसे साबित कर दिया है. लिहाजा जो स्थिति पैदा हो रही है वो बहुत खतरनाक है.