US में Pakistan के राजदूत Masood Khan के 'आतंकी संबंधों' की हो जांच: अमेरिकी सांसद
खान पिछले साल अगस्त तक पाकिस्तान के कब्जे वाले गुलाम कश्मीर के प्रेसिडेंट रह चुके हैं।
तीन प्रभावशाली अमेरिकी सांसदों ने अमेरिका में नवनियुक्त पाकिस्तानी राजदूत मसूद खान के आतंकी और इस्लामी संगठनों से संबंध होने की जांच की मांग कराने को कहा है।
अमेरिकी सांसद स्काट पैरी, डब्ल्यू ग्रैगरी स्ट्यूब और मैरी ई.मिलर ने विगत 9 मार्च को अमेरिका के अटर्नी जनरल मैरिक गारलैंड को लिखे पत्र में कहा कि मसूद खान पाकिस्तान के घरेलू आतंकी संगठनों से संबंध है और यह बेहद चिंताजनक बात है। यह बात अमेरिकी सुरक्षा के लिए भी घातक है। लिहाजा, हमारी सरकार को फारेन एजेंट रेजिस्ट्रेशन एक्ट (फारा) के उल्लंघन के संबंध में राजदूत मसूद खान के खिलाफ कदम उठाने चाहिए। तीनों सांसदों ने कहा कि वह खुले तौर पर आतंकियों का समर्थन करते हैं और अगर पाकिस्तान सरकार उन्हें डिप्लोमैटिक वीजा दे रही है तो अमेरिकी लोगों के साथ यह अन्याय होगा। हमारे लोगों की खातिर कम से कम सरकार को इस संबंध में एक गहन जांच करानी चाहिए और अनसुलझे मुद्दे के जवाब तलाशने चाहिए।
पाकिस्तान के पुराने इतिहास को देखते हुए अमेरिकी सांसदों ने याद दिलाया कि वर्ष 2011 में वर्जीनिया में इसी तरह पाकिस्तान सरकार ने अपने एजेंट गुलाम नबी फई को भेजा था और अमेरिका ने उस पर जासूसी करने का मामला चलाया था। फई के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ से रिश्ते साबित हुए थे और उसे दोषी करार किया गया था। आइएसआइ ने फई को अपने संगठन कश्मीरी अमेरिकन काउंसिल के खाते से 35 लाख डालर भेजे थे।
पाकिस्तान ने नवंबर महीने में ही मसूद खान को वाशिंगटन में इमरान सरकार का राजदूत नियुक्त करने को मंजूरी दी थी। इससे एक दिन पहले ही एक प्रख्यात अमेरिकी सांसद ने उनका कूटनीतिक खिताब खारिज करने और उन्हें आतंकियों का समर्थक करार देने को कहा था। खान पिछले साल अगस्त तक पाकिस्तान के कब्जे वाले गुलाम कश्मीर के प्रेसिडेंट रह चुके हैं।