नवाज के दामाद की गिरफ्तारी पर बैकफुट पर आई पाकिस्तानी सेना, जावेद बाजवा ने दिए जांच के आदेश
पाकिस्तान में नवाज शरीफ के दामाद कैप्टन सफदर की गिरफ्तारी का मामला तुल पकड़ता दिख रहा है। आलोचना के घेरे में आए ...
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| इस्लामाबाद, पाकिस्तान में नवाज शरीफ के दामाद कैप्टन सफदर की गिरफ्तारी का मामला तुल पकड़ता दिख रहा है। आलोचना के घेरे में आए पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने आनन-फानन में इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने बयान जारी कर कहा है कि कराची कॉप्स कमांडर को परिस्थितियों का तुरंत पता लगाने और जल्द से जल्द वापस रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है।
कराची के होटल से की थी गिरफ्तारी
बता दें कि कराची में पाकिस्तान के संयुक्त विपक्ष की 18 अक्टूबर वाली रैली की रात को पुलिस ने इमरान खान की बेटी मरियम नवाज के पति कैप्टन (सेवानिवृत्त) मुहम्मद सफदर को गिरफ्तार कर लिया था। मरियम ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने कराची में होटल के उस कमरे का दरवाजा तोड़ दिया जिसमें मैं ठहरी हुयी थी और कैप्टन सफदर को गिरफ्तार कर लिया।
राजनीतिक विरोधियों को चुप करवा रही इमरान सरकार
पुलिस को कुछ घंटे में उन्हें रिहा भी करना पड़ा। क्योंकि, गिरफ्तारी का कोई ठोस आधार नहीं था। सफदर की गिरफ्तारी के बाद से ही पाकिस्तान में राजनीतिक बवाल शुरू हो गया। कई नेताओं ने आरोप लगाया कि इमरान खान सरकार के कहने पर पाकिस्तानी सेना अपने राजनीतिक विरोधियों को चुप करा रही है। खुद मरियम नवाज ने भी इमरान खान और पाकिस्तानी सेना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था।
राज्य सरकार को भी नहीं थी गिरफ्तारी की जानकारी
आज ही विपक्षी नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और आईएसआई चीफ लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद से बात की थी। उन्होंने बिलावल ने आरोप लगाया था कि जिस कराची से नवाज के दामाद को गिफ्तार किया गया वह सिंध प्रांत में आता है और इस प्रांत में हमारी पार्टी की सरकार है। उन्होंने आरोप लगाया कि गिरफ्तारी से पहले जांच एजेंसियों ने इसकी जानकारी राज्य सरकार को नहीं दी थी। इसलिए यह एक साजिशन गिरफ्तारी का मामला है।
बिलावल बोले- सफदर की गिरफ्तारी गलत
उन्होंने कहा कि इस तरह से सफदर की गिरफ्तारी गलत थी और इससे सेना की विश्वसनीयता को खतरा पैदा हो सकता है। उनकी गिरफ्तारी की जानकारी सिंध पुलिस के प्रमुख तक को नहीं थी। इसलिए उन्होंने जनरल बाजवा और फैज हामिद से जांच की मांग की थी।