तालिबान के आरोपों पर बिफर गया पाकिस्तान, बोला- यह संबंधों के लिए अच्छी बात नहीं होगी
अफगानिस्तान में जब तालिबान कब्जा कर रहा था तब अगर कोई देश सबसे ज्यादा खुश था तो वह पाकिस्तान ही था। हालांकि अब पाकिस्तान और तालिबान के बीच सब ठीक नहीं चल रहा है।
अफगानिस्तान में जब तालिबान कब्जा कर रहा था तब अगर कोई देश सबसे ज्यादा खुश था तो वह पाकिस्तान ही था। हालांकि अब पाकिस्तान और तालिबान के बीच सब ठीक नहीं चल रहा है। तालिबान ने जब पाकिस्तान पर आरोप लगाए कि वह अमेरिका को अपने एयरस्पेस का इस्तेमाल करने दे रहा है तब पाक भी बिफर गया। उसने कहा कि ऐसे आरोप संबंधों के लिए सही साबित नहीं होंगे।
तालिबान ने कहा था पाकिस्तान अफगानिस्तान के खिलाफ अमेरिका के ड्रोन को एयरस्पेस उपलब्ध करवा रहा है। इस्लामाबाद ने तालिबान से कहा है कि ऐसे आरोप द्विपक्षीय संबंधो को खराब कर देंगे। बता दें कि अल-कायदा के आतंकी आयमन अल-जवाहिरी की मौत के लगभग एक महीने बाद अफगानिस्तान के अंतरिम रक्षा मंत्री मुल्ला मुहम्मद याकूब ने कहा था कि पाकिस्तान पर आरोप लगाए थे।
उन्होंने कहा था, हमारी जानकारी के मुताबिक अमेरिकी ड्रोन पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान में दाखिल होते हैं। वे पाकिस्तानी एयरस्पेस का इस्तेमाल करते हैं। हमने इस्लामाबाद को बता दिया है कि अपने एयरस्पेस का इस्तेमाल हमारे खिलाफ ना होने दें। रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान ने मुल्ला याकूब के इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि पहले की सरकार की तरह ही वे भी गलत आरोप लगा रहे हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के बढ़ते प्रभाव से भी त्रस्त है। इसके चलते दोनों देशों के संबंध खराब हो रहे हैं। इसके अलावा तालिबान की सत्ता आने के बाद से दोनों देशों में सीमा को लेकर भी तनाव बढ़ा है। पाकिस्तान का कहना है कि अफगानिस्तान से आतंकी लगातार सीमावर्ती इलाकों में हमला करते हैं।
बता देंकि अफगान जमीन पर अल-जवाहिरी की मौत से भी तालिबान शर्मिंदा हुआ है। दोहा में हुए समझौते में तालिबान ने वादा किया था कि वह अल-कायदा के साथ अपने सारे संबंध खत्म कर लेगा। अल-जवाहिरी के बाद तालिबान की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हो गए हैं। वहीं पाकिस्तान ने कहा है कि किसी सबूत के बिना इस तरह से आरोप लगाना गलत है।
न्यूज़ क्रेडिट : लाइव हिंदुस्तान