पाकिस्तान TLP के कार्यकर्ता पीछे हटने को तैयार नहीं, वजीराबाद में दे रहे धरना
जबकि टीएलपी के प्रवक्ता ने कहा है कि शुरू से हमारी मांग फ्रांसीसी राजदूत को निष्कासित करने की है। हम उससे पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।
पाकिस्तान में सरकार की कड़ी चेतावनी के बावजूद तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के कार्यकर्ता पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। इस्लामाबाद मार्च पर निकले हजारों टीएलपी कार्यकर्ता वजीराबाद पहुंच चुके हैं और नेताओं के निर्देश के इंतजार में सड़क पर धरना देकर बैठ गए हैं। यहां से आगे बढ़ने पर उनकी रेंजर और पुलिस से भिड़ंत होने के आसार हैं। इस बीच प्रधानमंत्री इमरान खान ने शनिवार को उलेमा से मुलाकात की और उनसे गतिरोध दूर करने में सहयोग मांगा।
पता चला है कि बरेलवी फिकरे के उलेमा सरकार और टीएलपी के बीच मध्यस्थता के लिए तैयार हो गए हैं। गुजरांवाला से चलकर वजीराबाद पहुंचे टीएलपी कार्यकर्ता अपने मुखिया साद रिजवी की जेल से रिहाई और फ्रांसीसी राजदूत के देश से निष्कासन से कम पर राजी नहीं हैं। सरकार के साथ उनकी वार्ता विफल हो चुकी है। दोंनों ही पक्ष झुकने के लिए तैयार नहीं है।
प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक में हिंसा और अराजकता को बर्दाश्त न करने की बात कही गई थी। बुधवार को पुलिस के साथ टीएलपी कार्यकर्ताओं के हिंसक टकराव को देखते हुए सरकार ने मार्च के रास्ते पर रेंजर की तैनाती कर दी थी। बुधवार को टीएलपी कार्यकर्ताओं ने लाइट मशीनगन और एके-47 रायफलों से पुलिसकर्मियों पर गोलियां चलाई थीं।
वजीराबाद से इस्लामाबाद जाने वाले रास्ते पर चेनाब टोल प्लाजा पर बड़ी संख्या में रेंजर और पुलिस के जवान तैनात हैं। वजीराबाद से टोल प्लाजा पहुंचने के रास्ते पर 500 मीटर पहले ही रेंजर ने सड़क पर रेड लाइन खींच दी है। उससे पहले सड़क पर आंदोलनकारियों से वापस जाने की अपील का बैनर भी लगा दिया है। रेड लाइन पार करने पर दुष्परिणामों की चेतावनी दी गई है। टोल प्लाजा पर रेंजर के जवान दंगे से निपटने के उपकरणों के साथ तैनात हैं, उनके पीछे पुलिस है। टोल प्लाजा से थोड़ा आगे सड़क खोद दी गई है और रुकावटें खड़ी कर दी गई हैं। ¨हसा फैलाने पर गोली मारने की चेतावनी दी गई है। जबकि टीएलपी के प्रवक्ता ने कहा है कि शुरू से हमारी मांग फ्रांसीसी राजदूत को निष्कासित करने की है। हम उससे पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।