पाकिस्तान भेजी जांच टीम, चीन इस पर खर्च कर रहा अरबों डॉलर, CPEC की बैठक भी रद्द
पाकिस्तान से जारी बयान में कहा गया था कि ये हादसा मकेनिकल फेल्योर की वजह से हुआ थ। इसकी वजह गैस लीक को बताया गया था।
चीन ने पाकिस्तान में बनाए जा रहे आर्थिक कॉरिडोर (सीपीईसी प्रोजेक्ट) को लेकर होने वाली बैठक को फिलहाल टाल दिया है। इसकी वजह दो दिन पहले खैबर पख्तूंख्वां में चीन के इंजीनियर्स को ले जा रही बस पर हुआ हमला बताया जा रहा है। इस हमले में 13 लोगों की मौत हुई थी जिसमें चीन के 9 इंजीनियर्स शामिल थे। मरने वालों में दो संसदीय सुरक्षाकर्मी भी शामिल थे। इसके अलावा इस हमले में 39 अन्य घायल हो गए थे। सीपीईसी को पर आज बैठक होनी थी।
सीपीईसी के प्रमुख और पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल असीम बाजवा ने एक ट्वीट के जरिए इसकी जानकारी दी है। इसमें उन्होंने कहा है कि सीपीईसी पर होने वाली जेसीसी की बैठक जो 16 जुलाई को होनी थी, उसको आगे के लिए बढ़ा दिया गया है। अब ये बैठक ईद के बाद होगी। इसकी तारीख तय होने पर इसकी जानकारी को साझा किया जाएगा।
गौरतलब है कि 14 जुलाई को चीनी नागरिको को ले जारी बस में उस वक्त जबरछस्त धमाका हुआ था जब वो ऊपरी कोहिस्तान जिले के दासू इलाके से जा रही थी। इस बस में दासू हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट से जुड़े इंजीनियर्स भी शामिल थे। आपको यहां पर ये भी बता दें कि चीन पाकिस्तान में बन रहे आर्थिक कॉरिडोर पर अरबों रुपये खर्च कर रहा है। ये प्रोजेक्ट चीन को सीधा ग्वादर से जोड़ता है, जो भविष्य में उसके लिए व्यापार के नए मार्ग खोलेगा।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजिन ने गुरुवार को कहा था कि चीन इस मामले की जांच के लिए पाकिस्तान में क्रॉस डिपार्टमेंट वर्किंग ग्रुप भेजेगा। चीनी नागरिकों पर हुई इस हमले की घटना पर चीन ने कड़ी नाराजगी जताई थी। चीन की तरफ पाकिस्तान से इस मामले की जांच कराने और दोषियों को सजा देने की मांग की है
इस बारे में पाकिस्तान के सूचना और प्रसारण मंत्री फवाद अहमद चौधरी ने कहा कि इसमें आतंकी हमले की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। पीएम इमरान खान खुद इस मसले को देख रहे हैं। पाकिस्तान में स्थित चीनी दूतावास भी इस संबंध में निगाह रखे हुए है। आपको बता दें कि इस घटना के बाद पाकिस्तान से जारी बयान में कहा गया था कि ये हादसा मकेनिकल फेल्योर की वजह से हुआ थ। इसकी वजह गैस लीक को बताया गया था।