Islamabad इस्लामाबाद। पाकिस्तान की पंजाब सरकार ने शनिवार को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुलाकातों पर लगी रोक हटा दी। खान पिछले एक साल से रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पंजाब सरकार ने 72 वर्षीय पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) नेता समेत कैदियों की मुलाकातों पर लगी रोक हटा ली है। यह रोक सुरक्षा चिंताओं के कारण 4 अक्टूबर को लगाई गई थी। सरकार ने खान की मुलाकातों पर रोक तब लगाई थी, जब पीटीआई ने 4 अक्टूबर को इस्लामाबाद में उनकी रिहाई और "न्यायपालिका की स्वतंत्रता" की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था। इससे पहले उन्होंने कहा था कि वह अपनी पूरी जिंदगी जेल में बिताने को तैयार हैं, लेकिन "हकीकी आजादी" के लिए अपने संघर्ष से समझौता नहीं करेंगे।
मंत्रियों का कहना है कि खान की आजादी 9 मई, 2023 को हुए दंगों के लिए उनकी बिना शर्त माफी से जुड़ी है, जिसमें पीटीआई कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर राज्य और सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला किया था। हालांकि, खान ने 9 मई की घटनाओं की जांच के लिए न्यायिक आयोग के गठन की मांग की है। पिछले महीने खान ने दावा किया था कि उन्हें जेल में दयनीय स्थिति में रखा जा रहा है। खान ने कहा कि एक सप्ताह में केवल तीन आगंतुकों को उनसे मिलने की अनुमति है, जबकि नवाज शरीफ 40 लोगों से मिलते थे (जब वे जेल में थे)। इस सप्ताह की शुरुआत में, एक पाकिस्तानी अदालत ने खान की पत्नी बुशरा बीबी को सरकारी उपहारों की कथित अवैध बिक्री से जुड़े तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में जमानत दे दी, लगभग नौ महीने बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था। खान को पिछले साल 5 अगस्त को पाकिस्तान के चुनाव आयोग द्वारा दायर पहले तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद गिरफ्तार किया गया था। तब से, वह विभिन्न मामलों में जेल में हैं।