पाकिस्तान बिजली की किल्लत का सामना कर रहा, पंजाब की प्रांतीय सरकार ऊर्जा बचत योजनाओं को करेगी लागू
यही नहीं इसके अलावा, अधिकारी रेस्टोरेंट और होटलों को जल्द बंद करने पर भी विचार कर रहे हैं।
पाकिस्तान बिजली की किल्लत का सामना कर रहा है। ऐसे में देश की सरकार ने बिजली बचाने की कोशिशें तेज कर दी हैं। देश भर में बार-बार लोड शेडिंग के कारण लोगों को भीषण गर्मी बिजली से चलने वाले उपकरणों का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसके अलावा बिजली की कमी के चलते देश भर में कई आवश्यक काम भी समय से पूरे नहीं हो पा रहे हैं। बिजली संकट के बीच, पंजाब की प्रांतीय सरकार ने शनिवार को पुरानी स्थिति से निपटने के लिए ऊर्जा-संरक्षण योजनाओं को लागू करने का फैसला किया, इस बात की जानकारी स्थानीय मीडिया ने दी।
पाकिस्तान में लोड-शेडिंग की दिक्कत
देश भर में बार-बार लोड-शेडिंग के कारण लोगों को उच्च तापमान का सामना करना पड़ रहा है। शहबाज शरीफ सरकार ने ऊर्जा की कमी के लिए अपने पूर्ववर्ती पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) को जिम्मेदार ठहराया है । देश भर में बिजली की आपूर्ति और मांग के बीच की कमी को कम करने के उपाय किए जा रहे हैं। बिजली समस्या पर सरकारी अधिसूचना में कहा गया है कि सुबह के समय का उपयोग व्यावसायिक गतिविधियों के लिए किया जाना चाहिए।
सिंध ने की घोषणा-
सिंध ने शुक्रवार को घोषणा कर कहा की बिजली को संरक्षित करने के लिए दूध की दुकानों, बेकरी और डेयरी कैरिज वाहनों को छोड़कर प्रांत के सभी बाजार और माल रात 9 बजे तक बंद रहेंगे।' सिंध के इस फैसले के बाद, पंजाब के बाजार बिजली बचाने, प्रचलित बिजली आउटेज को कम करने और देश में ईंधन की कीमतों में वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए सुबह जल्दी खुलेंगे और रात 9 बजे बंद हो जाएंगे। इस नियम में फार्मेसियों, अस्पतालों, बेकरी, डेयरियों और गैस स्टेशनों को समय की कमी से बाहर रखा जाएगा। यही नहीं इसके अलावा, अधिकारी रेस्टोरेंट और होटलों को जल्द बंद करने पर भी विचार कर रहे हैं।