पाकिस्तान: कृष्ण जन्माष्टमी मनाने पर भड़के कट्टरपंथी, श्रीकृष्ण की मूर्ति को किया गया खंडित

वहीं सितंबर 2020 में सिंध प्रांत के बादिन जिले में एक मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी।

Update: 2021-08-31 04:07 GMT

पाकिस्तान में आए दिन हिंदुओं और उनके मंदिरों पर हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा खबर सिंध से है, जो पहले ही धर्म परिवर्तन के लिए बदनाम है। यहां पर स्थित खिप्रो में जन्माष्टमी के दिन पूजा कर रहे हिंदुओं पर हमला हुआ। जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में कट्टरपंथियों ने इस त्योहार में खलल पैदा किया। साथ ही लोगों के साथ मारपीट करने के बाद श्रीकृष्ण की मूर्ति को भी तोड़ दिया। इसके बाद सोशल मीडिया पर इस घटना की तस्वीरें भी तेजी से वायरल हो रही है।

हिंदू भगवान का अपमान किया गया
पाकिस्तान के कार्यकर्ता राहत आस्टिन ने बताया कि सिंध के संघर जिले के खिप्रो में एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की गई है। हिंदू भगवान का अपमान किया गया है, क्योंकि वे जन्माष्टमी मना रहे थे। गौरतलब है कि पाकिस्तान में इस्लाम के खिलाफ ईशनिंदा के झूठे आरोप में भी माब लिंचिंग या मौत की सजा दी जाती है, लेकिन गैर-मुस्लिम देवताओं के खिलाफ अपराध में कोई सजा नहीं होती है।
पाकिस्तान में आए दिन हिंदू मंदिरों में होते रहते हैं हमले
बता दें कि पाकिस्तान में आए दिन हिंदू मंदिरों पर हमला होता रहता है। इससे पहले जुलाई के अंतिम हफ्ते में पंजाब सूबे के रहीम यार खान के पास स्थित भोंग में गणेशजी के मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी। वहीं सिंध सूबा मंदिरों पर हमले और धर्म परिवर्तन के लिए बदनाम है। इस राज्य में लगातार मंदिरों पर हमले होते रहे हैं, जबकि हिंदू लड़कियों को अगवा कर उनका धर्म परिवर्तन भी कराए जाने की खबरें आती रहती है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अक्टूबर 2020 में सिंध प्रांत के थारपारकर जिले में स्थित नागारपारकर में धार्मिक अतिवादियों ने दुर्गा माता की मूर्ति को खंडित कर दिया गया था। वहीं सितंबर 2020 में सिंध प्रांत के बादिन जिले में एक मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी।


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