पाकिस्तान डेलीगेशन ने दोहा में तालिबान के सदस्य दल से की बातचीत, तालिबान के नेताओं को दिया रात्रि भोज
पाकिस्तान का कहना है कि यदि तालिबान को विश्व समुदाय से मान्यता नहीं मिली तो इसकी वजह से फिर अस्थिरता का दौर शुरू हो सकता है।
पाकिस्तान डेलीगेशन ने दोहा में तालिबान के सदस्य दल से बातचीत की है। इसकी जानकारी ट्विटर पर देते हुए तालिबान के प्रवक्ता सुहेल शाहीन ने कहा है कि इस दोरान दोनों देशों के बीच साझा हितों के मुद्दों पर बात हुई है। इस बातचीत में दोहा स्थित पाकिस्तान के राजदूत सैयद अहसान रजा और उनके वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए जबकि तालिबान की तरफ से इसका नेतृत्व उनके राजनीति धड़े के प्रमुख शेर मोहम्मद अब्बास स्तानिकजई ने किया। ये बैठक दोहा स्थित पाकिस्तानी दूतावास में हुई थी। शाहीन के मुताबिक इस बैठक में अफगानिस्तान के वर्तमान हालात और साझा हितों पर चर्चा हुई।
शाहीन के ट्वीट के मुताबिक शनिवार को हुई इस मुलाकात में पाकिस्तान की तरफ से मानवीय आधार पर दी जाने वाली मदद और द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने, दोनों तरफ से एक दूसरे का सम्मान करने की बात कही गई है। इसमें अफगानिस्तान को दोबारा बनाने और विकास की राह पर अग्रसर करने पर भी जोर दिया गया। साथ ही तोरखाम और स्पिनबोल्डाक की सीमा पर सैकड़ों की संख्या में मौजूद अफगान नागरिकों पर भी चर्चा हुई। पाकिस्तान के राजदूत ने तालिबान के सदस्यों के सम्मान में भोज भी आयोजित किया था। इस दौरान तालिबान ने अफगानिस्तान में अपनी सरकार गठन के बाबत उठाए गए कदमों की जानकारी दी।
आपको बता दें कि अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद सबसे अधिक खुश पाकिस्तान ही है। पाकिस्तान का कहना है कि यदि तालिबान को विश्व समुदाय से मान्यता नहीं मिली तो इसकी वजह से फिर अस्थिरता का दौर शुरू हो सकता है।