पाकिस्तान ने 31 भारतीय मछुआरों को किया गिरफ्तार
पाकिस्तान (Pakistan) के समुद्री प्राधिकारियों ने देश के जलक्षेत्र में मछली पकड़ने के आरोप में 31 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार करने के साथ ही उनकी पांच नौकाओं को जब्त कर लिया है.
पाकिस्तान (Pakistan) के समुद्री प्राधिकारियों ने देश के जलक्षेत्र में मछली पकड़ने के आरोप में 31 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार करने के साथ ही उनकी पांच नौकाओं को जब्त कर लिया है. ये जानकारी अधिकारियों ने रविवार को दी. पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा एजेंसी (Pakistan Maritime Security Agency) ने कहा कि उसने शुक्रवार को पाकिस्तान विशेष आर्थिक क्षेत्र (Exclusive Economic Zone) में गश्त के दौरान घुसपैठ करने वाली नौकाओं को पकड़ा. पीएमएसए ने कहा कि उसके एक जहाज ने चालक दल के 31 सदस्यों के साथ मछली पकड़ने वाली पांच भारतीय नौकाओं को पकड़ा.
साथ ही कहा कि नौकाओं को पाकिस्तानी कानून और समुद्री कानून पर संयुक्त राष्ट्र संधि के अनुसार आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए कराची ले जाया गया है. पाकिस्तान और भारत एक दूसरे के मछुआरों को जलसीमा का उल्लंघन करने के लिए अक्सर गिरफ्तार करते रहते हैं. इस साल की शुरुआत में भारत और पाकिस्तान द्वारा आदान-प्रदान किए गए कैदियों की सूची के अनुसार पाकिस्तान की जेलों में कम से कम 628 भारतीय कैदी बंद हैं, जिनमें 51 नागरिक और 577 मछुआरे हैं. भारत ने देश में बंद 355 पाकिस्तानी कैदियों की सूची भी शेयर की है, जिनमें 282 नागरिक और 73 मछुआरे शामिल हैं.
पाकिस्तान और भारत के मछुआरे आमतौर पर एक-दूसरे के जल क्षेत्र में अवैध रूप से मछली पकड़ने के आरोप में गिरफ्तार होने के बाद जेलों में बंद हो जाते हैं. इसी महीने गुजरात के भुज में बीएसएफ ने क्रीक क्षेत्र में 11 पाकिस्तानी नौकाएं जब्त की हैं. बुधवार 9 फरवरी को सामान्य क्षेत्र हरामी नाला में पाकिस्तानी मछली पकड़ने वाली नौकाओं और मछुआरों की घुसपैठ की सूचना मिली थी, जिसके बाद डीआईजी बीएसएफ भुज ने लगभग 300 वर्ग किलोमीटर में फैले इलाके में तुरंत बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया.
श्रीलंका की नौसेना ने इसी महीने स्थानीय मछुआरों की ओर से अलर्ट किए जाने के बाद देश के क्षेत्रीय जल में कथित रूप से अवैध शिकार करने के आरोप में 21 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया था. साथ ही मछली पकड़ने के दो ट्रॉलर भी जब्त किए. ये घटना तब हुई जब स्थानीय मछुआरे उत्तर में भारतीयों को मछली पकड़ने के लिए श्रीलंकाई जल में प्रवेश करने से रोकने के लिए एक सप्ताह से अधिक समय से विरोध कर रहे थे.