पाकिस्तान और तुर्की संयुक्त रूप से विकसित कर रहे हैं पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान
निकट सहयोगी पाकिस्तान और तुर्की मिलकर पांचवीं पीढ़ी का एक लड़ाकू विमान विकसित कर रहे है. एक मीडिया रिपोर्ट में बुधवार को यह जानकारी दी गई.'तुर्किश एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज' (TAI) के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) तेमेल कोटिल ने 'आज न्यूज' चैनल को बताया कि तुर्की और पाकिस्तान इस परियोजना पर आपस में सहयोग कर रहे हैं. पाकिस्तान के वित्तीय दैनिक समाचार पत्र 'बिजनेस रिकॉर्डर' ने बताया कि 'नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी' (NUST) में अनुसंधान, नवोन्मेष एवं वाणिज्यीकरण (RIC) विभाग के प्रो-रेक्टर एयर वाइस-मार्शल डॉ रिजवान रियाज ने इस बात की पुष्टि की कि दोनों देश 'टीएफ-एक्स' नामक एक लड़ाकू विमान बना रहे हैं.
रियाज ने कहा, ''यह पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान है, जिसके लिए पाकिस्तान और तुर्की अब सहयोग कर रहे हैं.'' उन्होंने कहा कि एनयूएसटी ने 'पाकिस्तान एयरोनॉटिकल कॉप्लेक्स' और 'पाकिस्तान एयर फोर्स' के सहयोग से पहले भी इस प्रकार की परियोजनाएं पूरी की हैं.
अधिकारी ने लड़ाकू विमान और इसे विकसित करने को लेकर और जानकारी मुहैया नहीं कराई. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दो इंजन वाला सभी मौसम में संचालन के योग्य स्टील्थ (नजरों से छुपकर रहने में सक्षम) लड़ाकू विमान 'टीएफ-एक्स' के आगामी तीन साल में पहली उड़ान भरने की संभावना है.
डॉ रियाज ने बताया कि कोटिल और उनका दल पाकिस्तान में है. पाकिस्तान में टीएआई ने देश के पहले प्रौद्योगिकी उद्यान 'नेशनल साइंस एंड टेक्नोलॉजी पार्क' में 2019 में अपना पहला कार्यालय खोला था. पाकिस्तान और तुर्की ने कई रक्षा परियोजनाओं में मिलकर काम किया है, जिनमें हेलीकॉप्टर की खरीद और ड्रोन तकनीक का विकास शामिल है.