पाकिस्तान और चीन दोस्त तो फिर क्यों पाक में निशाने पर हैं चीनी नागरिक, जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
ग्वादर सहित पूरा बलूचिस्तान बलूचों का है और हमारा कर्त्तव्य है कि हम अपने समुद्र और जमीन की रक्षा करें।
पाकिस्तान के कराची में 26 अप्रैल को चीनी नागरिकों को निशाना बनाकर हमला किया गया। कराची यूनिवर्सिटी में कन्फ्यूशियस इंस्टिट्यूट के पास एक वैन के पास हुए विस्फोट में तीन चीनी नागरिक सहित चार लोग मारे गए। इस आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ली है। BLA ने हाल के दिनों में चीनी नागरिकों को निशाना बना शुरू कर दिया है लेकिन क्यों? आइए समझने की कोशिश करते हैं।
बलूचिस्तान से चीन को दूर रखना चाहता है BLA
एक्सपर्ट्स का कहना है कि BLA बलूचिस्तान में पाकिस्तान सेना और सैन्य ठिकानों पर हमले करती रही है। वह पाकिस्तान से आजादी की लड़ाई लड़ रहे हैं। लेकिन चीन पाकिस्तान इकॉनमिक कॉरिडोर (CPEC) के जरिए बलूचिस्तान में चीन की एंट्री हो गई है और BLA नहीं चाहता है कि चीन इस क्षेत्र में जगह बनाने की कोशिश करे। BLA को लगता है कि CPEC के प्रोजेक्ट्स बन जाने से बलूचिस्तान क्षेत्र का और दोहन होगा। पहले पाकिस्तान ने बलूचिस्तान का दोहन किया और पाकिस्तान और चीन मिलकर बलूचिस्तान का दोहन करना चाहते हैं और शायद यही कारण है कि BLA चीनी नागरिकों को टारगेट कर रहा है।
BLA ने चीन ने कहा- छोड़ दे बलूचिस्तान
BLA ने हमले के बाद एक वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में BLA ने कहा है कि हमारे हमले का मकसद बेहद साफ है। हम चीन और पाकिस्तान से कहना चाहते हैं कि वह तुरंत बलूचिस्तान को छोड़ दें। हमने पहले भी कई बार ऐसा कहा है लेकिन चीन हमारी बातों को अनसुना कर रहा है। हम एक बार फिर साफ कर देना चाहते हैं कि ग्वादर सहित पूरा बलूचिस्तान बलूचों का है और हमारा कर्त्तव्य है कि हम अपने समुद्र और जमीन की रक्षा करें।
साभार: livehindustan news