इंडोनेशिया के बाली में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन (G-20 Summit) के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) की मुलाकात पर एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने हमला बोला है. ओवैसी ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए और कहा कि पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति से मिलकर उनका स्वागत किया और उनको बधाई दी.
ओवैसी ने चीन मुद्दे पर की संसद के विशेष सत्र की मांग
असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर कहा, 'आखिरकार लद्दाख में जो हुआ है (याद रखें कि हमने 20 बहादुर सैनिकों को खो दिया), चीनियों पर भरोसा करना या उनसे कुछ मांगना मुश्किल है. क्या हम अब एक और डोकलाम देखने जा रहे हैं, जहां सरकार समस्या का समाधान घोषित करती है लेकिन चीनी सेना वहीं रहती है?' उन्होंने आगे कहा, 'मैं चीन सीमा मुद्दे पर चर्चा के लिए संसद के विशेष सत्र की अपनी पूर्व की मांग को दोहराता हूं. यह इस देश की जनता का अधिकार है.'
पीएम मोदी और जिनपिंग के बीच क्या बात हुई: ओवैसी
एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने अपने अगले ट्वीट में कहा, 'देश को यह जानना जरूरी है कि पीएम मोदी और शी जिनपिंग (Xi Jinping) के बीच क्या बात हुई थी. ये भारत और भारतीयों से जुड़े मामले हैं, न कि मोदी या उनके परिवार के निजी मामले. पीएम मोदी, शी जिनपिंग को क्या पेशकश कर रहे हैं?'
असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने अपने चौथे ट्वीट में कहा, 'दुनिया ने आधिकारिक वीडियो देखा है और अब तक यह जान चुकी है कि किसने जाकर शी जिनपिंग (Xi Jinping) को बधाई दी. मोदी ने इसके बारे में ट्वीट क्यों नहीं किया, जैसा उन्होंने अन्य नेताओं के लिए किया है? छिपाने के लिए क्या है?'