बीजिंग। ताइवान को चीन से मिले 2 पांडां में से एक तुआन तुआन की बीमारी के बाद मौत हो गई। ताइपे के चिड़ियाघर ने यह जानकारी दी। पांडा की मौत की कारणों की जानकारी नहीं दी गई है। इससे पहले आ रही खबरों में बताया गया था कि मृतक पांडा ब्रेन ट्यूमर से पीड़ित था, इसकी जानकारी होते ही चीन ने इलाज में मदद के लिए दो विशेषज्ञों को ताइवान भेजा था।
ताइवान की मीडिया में आईं खबरों के अनुसार तुआन तुआन के शरीर में कोई हरकत नहीं थी और कई दौरे पड़ने के कारण वह कोमा में चला गया था। चीन और ताइवान के बीच गर्मजोशी भरे संबंधों के दौरान 2008 में तुआन तुआन और युआन युआन को चीन ने उपहार में दिया था। ताइवान और चीन 1949 में गृह युद्ध के दौरान अलग-अलग हुए थे।
पांडा की औसत आयु 15 से 20 साल होती है। मनुष्य की देखभाल में रहने पर वह 30 या उससे अधिक साल जी सकता है। पांडा की जोड़ी के ताइवान आने के बाद से चीन और ताइवान के रिश्तों में लगातार गिरावट आई है। चीन ने स्वतंत्रता समर्थक त्साई इंग-वेन के राष्ट्रपति बनने के बाद साल 2016 में ताइवान से संपर्क खत्म कर लिए थे।
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