नई दिल्ली: पुरातत्व विभाग ने मिस्र में एक और पुराना सूर्य मंदिर ढूंढ निकाला है. यह 4500 साल पुराना समझा जा रहा है. अवशेषों को देखकर अनुमान लगाया जा रहा है कि कच्ची ईंटों से बना यह बिल्डिंग एक 'सूर्य मंदिर' का है जो कि प्राचीन मिस्र के 5वें साम्राज्य (2465 to 2323 BC) का हो सकता है. इससे पहले, पिछले साल भी मिस्त्र में एक सूर्य मंदिर के अवशेष मिले थे. बता दें कि इटली और पोलैंड की ओर से संयुक्त खोज अभियान मिस्त्र में चलाया जा रहा है.
मिस्र के पुरावशेष और पर्यटन मंत्रालय ने इस खोज के बारे में इंस्टाग्राम पर 30 जुलाई को बताया. मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया- यह ज्वाइंट इटालियन-पॉलिश आर्कियोलॉजिकल मिशन है. जो कि King Nyuserre के मंदिर पर काम कर रही है. इस मंदिर के नीचे कच्ची ईंटों की एक बिल्डिंग के अवशेष मिले हैं.
यह मंदिर मिस्र की राजधानी काहिरा के दक्षिणी हिस्से में बसे अबुसीर इलाके से मिला है. यह King Nyuserre के मंदिर के नीचे था.
मंत्रालय की तरफ से आगे कहा गया- यह बिल्डिंग पांचवें साम्राज्य के खोए हुए सूर्य की 4 मंदिरों में से एक हो सकती है जिसका उल्लेख कई ऐतिहासिक किताबों में किया गया है.
मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि मंदिर की इमारत के कुछ हिस्सों को पांचवें साम्राज्य के छठे शासक pharaoh ने अपने शासन के दौरान धवस्त करवा दिया था. ताकि वह वहां अपना मंदिर बनवा सके.
रिसर्च के दौरान आर्कियोलॉजिकल विभाग के लोगों को बिल्डिंग के अंदर से मिट्टी के कुछ बर्तन और बियर ग्लास भी मिले हैं, जो कि उन्हें उनके रिसर्च में मदद कर सकती है.
जमीन के अंदर से कुछ टिकट भी मिले हैं जिन पर पांचवें साम्राज्य के राजाओं के नाम हैं. फोटो में मंत्रालय ने उन जगहों को भी दिखाया है जहां आर्कियोलॉजिकल विभाग अभी भी काम कर रहा है.
19वीं सदी में भगवान Ra का पहला सूर्य मंदिर मिला था. इसलिए इसे भी एक महत्वपूर्ण खोज माना जा रहा है, जिससे मिस्र के प्राचीन इतिहास को समझने में इतिहासकारों को मदद मिल सकती है. देश में मौजूद इन 6 या 7 मंदिरों में से अब तक 2 को ही खोजा जा सका है.