कोरोना वैक्सीन की पहला डोज लेने पर ऑफर, मिलेगा 100 डॉलर कैश

यह बीते दिन दुनिया के किसा भी देश में मिले संक्रमितों का सबसे बड़ा आंकड़ा है.

Update: 2021-07-29 03:20 GMT

दुनिया में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले एक बार फिर बढ़ने लगे हैं. कोरोना को हराने के लिए कई देशों में वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) लगवाने के लिए लोगों को तरह-तरह के आकर्षक ऑफर दिए जा रहे हैं. अमेरिका के न्यूयॉर्क में वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी है. ऐसे में यहां के मेयर ने लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए बुधवार को खास ऑफर का ऐलान किया. यहां कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लेने वालों को 100 डॉलर (7 हजार 442 रुपये) दिए जाएंगे. ये ऑफर शुक्रवार से शुरू हो रहा है.

दरअसल, अमेरिका में कोरोना के डेल्टा वेरिएंट बढ़ते केस के बीच वैक्सीनेशन को बढ़ाने के लिए ऐसा ऑफर लाया गया है, ताकि लोग खासकर युवावर्ग वैक्सीन की डोज लगवाने के लिए प्रेरित हो. इस बीच सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन (CDC) ने मंगलवार से हाई रिस्क वाले इलाकों में वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके लोगों के लिए मास्क पहनना एक बार फिर से अनिवार्य कर दिया गया है.


फाइजर और मॉडर्ना की वैक्सीन के लिए अभी करना होगा इंतजार, जानें कारण
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन (CDC) डायरेक्टर रोशेल वेलेंस्की ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मास्क पर लिए गए फैसले के बारे में बताया. उन्होंने इस दौरान यह बताया कि वैक्सीन असरदार है लेकिन कोरोना के डेल्टा वेरिएंट की वजह से आगे संक्रमण का खतरा बढ़ गया है.
CDC के एक मैप से पता चलता है कि न्यूयॉर्क के सभी पांच काउंटी में कम्युनिटी ट्रांसमिशन पर्याप्त स्तर पर है. इसलिए यहां कोरोना की गाइडलाइंस लागू हैं और वैक्सीनेशन पर जोर दिया जा रहा है.
न्यूयॉर्क सिटी के मेयर बिल डी ब्लासियो ने सोमवार को ऐलान किया कि शहर के कर्मचारियों को 13 सितंबर तक टीका लगवाना होगा या फिर उन्हें हर हफ्ते कोरोना टेस्ट कराना होगा. टेस्ट की रिपोर्ट नेगेटिव होनी चाहिए.
इन 2 लक्षणों को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें कोरोना मरीज, पढ़ें ये स्टडीसिटीवाइड इम्युनाइजेशन रजिस्ट्री के डेटा ने संकेत दिया कि न्यूयॉर्क शहर के 40.8% निवासियों का टीकाकरण नहीं हुआ है. सभी निवासियों में 59.2% ने कम से कम वैक्सीन की एक खुराक ही ली है. लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करने के मकसद से पहले 1000 डॉलर के ऑफर का प्रस्ताव था. हालांकि, बाद में इसे 100 डॉलर किया गया.
राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के प्रशासन में काम कर चुके ब्रुकिंग्स इंस्टीट्यूशन के एक सीनियर साथी रॉबर्ट लिटन ने कहा, "अगर हम किसी भी तरह से हर्ड इम्युनिटी हासिल नहीं कर पाते हैं, तो हमारी अर्थव्यवस्था बर्बाद हो जाएगी."
बता दें, अमेरिका में पिछले कई दिनों से कोरोना के नए केसों में तेजी देखी जा रही है. यहां पिछले 24 घंटे में कोरोना के 61,581 नए केस आए हैं. यह बीते दिन दुनिया के किसा भी देश में मिले संक्रमितों का सबसे बड़ा आंकड़ा है.


Tags:    

Similar News

-->