अब अमेरिका के इस हिस्से में सबसे कम जल स्तर, कई इलाके हैं इस झील पर निर्भर
यूएस नेशनल पार्क सर्विस ने बताया कि पहले यहां 6 छह रैंप/लॉन्च थे, जिसमें 5 वर्तमान में बंद हैं.
तेजी से बढ़ते ग्लोबल वॉर्मिंग और इससे होने वाले नुकसान से पूरी दुनिया परेशान हैं. दुनिया के अलग-अलग देशों में इसका असर भी दिख रहा है. ग्लोबल वॉर्मिंग की वजह से अमेरिका में झील और नदी के सूखने की वजह से पानी संकट की कई खबरें सामने आ चुकी हैं. हाल ही में अमेरिका के सबसे बड़े जलाशय लेक मीड के सूखे को लेकर नासा ने एक तस्वीर जारी की है, जो काफी चौंकाने वाली है. नासा के अर्थ ऑब्जर्वेटरी द्वारा ली गई यह फोटो जल स्तर में नाटकीय गिरावट को दर्शाती है. 18 जुलाई तक लेक मीड में इसकी पूर्ण क्षमता का केवल 27 प्रतिशत पानी ही बचा था, जो निम्नतम स्तर पर है.
1937 के बाद से सबसे कम जल स्तर
रिपोर्ट के मुताबिक, इस झील की मौजूदा हालत 22 साल की लंबी गिरावट का नतीजा है. जलाशय का जल स्तर अप्रैल 1937 के बाद से सबसे कम है. एक समय था जब इस जलाशय की अधिकतम भंडारण क्षमता 9.3 ट्रिलियन गैलन (36 ट्रिलियन लीटर) थी. मीड झील के पानी का उपयोग लाखों लोग करते हैं. किसानों के अलावा एरिज़ोना, नेवादा, कैलिफ़ोर्निया और उत्तरी मेक्सिको में आदिवासी भूमि पर रहने वाले कई समुदाय इस पर निर्भर हैं.
कई इलाके हैं इस झील पर निर्भर
नासा के अर्थ ऑब्जर्वेटरी के माइकल कार्लोविक्ज़ का कहना है कि, मीड की चौंकाने वाली यह स्थिति जलवायु परिवर्तन का एक स्पष्ट चित्रण और एक दीर्घकालिक सूखा है जो 12 शताब्दियों में यूएस वेस्ट में सबसे खराब हो सकता है. इस विशाल जलाशय का अधिकांश पानी रॉकी पर्वत श्रृंखला के हिमपात से उत्पन्न होता है, जो जलाशय में प्रवेश करने से पहले पॉवेल झील, ग्रांड कैन्यन और लेक मीड से होकर बहती है. लेक मीड दक्षिण पश्चिम के लिए पेयजल और सिंचाई की एक महत्वपूर्ण आपूर्ति होने के अलावा यह लोकप्रिय बोटिंग डेस्टिनेंशन के अलावा राष्ट्रीय मनोरंजन क्षेत्र भी है, यूएस नेशनल पार्क सर्विस ने बताया कि पहले यहां 6 छह रैंप/लॉन्च थे, जिसमें 5 वर्तमान में बंद हैं.