अब उल्कापिंडों की तबाही से बची रहेगी पृथ्वी, पढ़ें क्या है नई जानकरी

मानव सभ्यता के विनाश के मिल रहे है संकेत

Update: 2022-01-29 17:07 GMT
आजकल रोज आप पढ़ते होंगे कि एस्टरॉयड (Asteroid) धरती के बहुत नजदीक से गुजरने वाला है और यदि धरती से एस्टरॉयड टकरा जाए तो आप सोच भी नहीं सकते कि कितनी भारी तबाही मच सकती है. आज से 66 मिलियन साल पहले ऐसे ही एक एस्टरॉयड के टकराने से डायनासोर (Dinosaur) विलुप्त हो गए थे. अब सोचिए डायनासोर जैसा विशालकाय जानवरों का धरती से अस्तित्व मिट गया तो इंसान भला किस खेत की मूली हैं.
एस्टरॉयड के धरती से टकराने पर एक शहर, एक देश, एक महाद्वीप या यहां तक कि पूरी मानव सभ्यता खत्म हो सकती है. इतना ही नहीं एस्टरॉयड्स को ट्रैक करने के लिए वैज्ञानिकों के लगातार प्रयास के बाद भी कुछ एस्टरॉयड टेलीस्कोप की नजर से बच निकलते हैं और अचानक पता चलता है कि कुछ ही घंटों में यह एस्टरॉयड पृथ्वी के बहुत नजदीक से गुजरने वाला है. ऐसा पहले भी हो चुका है जिसके बाद अमेरिका और नासा ने एस्टरॉयड्स के पृथ्वी के पास से गुजरने के समय पर गहन अध्ययन किया.
धरती पर मचने वाली है तबाही
ऐसे में सवाल है कि धरती को बचाया कैसे जाए. वैज्ञानिकों ने कहा है कि धरती को बचाने के लिए हम कुछ वैसा ही उपाय कर सकते हैं जैसा 1998 की हॉलीवुड फिल्म 'आर्मगेडन (Armageddon)' में किया गया था. आर्मगेडन का मतलब होता है 'महायुद्ध'. इस मूवी में धरती को एस्टरॉयड से टकराने से ब्रूस विलिस (Bruce Willis) ने बचाकर मानव सभ्यता को सुरक्षित कर लिया था. आप सोच रहे होंगे कि उस मूवी में ऐसा क्या कर दिया गया था कि वैज्ञानिक भी अब विलिस की राह पर चल पड़े हैं. मूवी में ब्रूस विलिस और बेन अफ्लेक (Bruce Willis and Ben Affleck), ऑयल रिग (Oil Rig) कंपनी में काम करते हैं और इन्हें नासा (NASA) हायर करता है एस्टरॉयड के विनाश के लिए. ये दोनों एस्टरॉयड में ड्रिल करते हैं और उसके अंदर न्यूक्लियर बम फिट कर देते हैं. इस बम के फटने से एस्टरॉयड टुकड़े-टुकड़े में टूट जाता है और धरती खत्म होने से बच जाती है.
मानव सभ्यता के विनाश के मिल रहे है संकेत
कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर फिलिप लूबिन और एलेक्स कोहेन (Prof. Philip Lubin and Alex Cohen) ने बताया कि जिस साइज के एस्टरॉयड की वजह से डायनासोर विलुप्त हुए थे, यदि उतने बड़े साइज का एस्टरॉयड फिर से धरती से टकराता है तो धरती के वातावरण का तापमान 300 डिग्री सेल्सियस तक चला जाएगा और मानव सभ्यता खत्म हो जाएगी. उन्होंने कहा कि इस मूवी की तरह ही हम डेटोनेटर (Detonator) या विस्फोटक को एस्टरॉयड में इंजेक्ट कर सकते हैं. इसके लिए हम अब तकनीकी रूप से सक्षम हैं. इस तरीके से एस्टरॉयड को चूर-चूर किया जा सकता है. ऐसा होते ही या तो एस्टरॉयड पूरी तरह से धरती तक पहुंच पाने में नाकाम हो जाएंगे, या फिर उनके बहुत छोटे टुकड़े धरती तक पहुंचने के रास्ते में वातावरण (Atmosphere) में ही जल कर खाक हो जाएंगे.
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