नई दिल्ली: दांत अलग-अलग डेंसिटी वाले ठोस टिश्यू से बने होते हैं. बचपन में आए हुए दांत जिन्हें आम भाषा में दूध के दांत बोला जाता 6 से 12 साल उम्र के बीच अलग-अलग कारणों से गिर जाते हैं और उसके बाद स्थायी दांत आते हैं. हाल ही में एक मामला सामने आया है जिसमें एक 35 साल के व्यक्ति के पूरे दांत गिर चुके हैं और अगर वह दोबारा दांत लगवाता है तो उसे लगभग 36 लाख (40,000 पाउंड) खर्च करने होंगे. उसके सारे दांत खाना खाते समय गिरे. दांत गिरने के बाद से वह कुछ खा नहीं पा रहा है. यह शख्स कौन है और उसके दांत गिरने का क्या कारण रहा? इस बारे में जान लीजिए.
जिस व्यक्ति के सारे दांत गिर गए हैं उसका नाम अलेक्जेंडर स्टोइलोव (Aleksandar Stoilov) है जो कि ब्रिस्टल (इंग्लैंड) के रहने वाले हैं. अभी अलेक्जेंडर 35 साल के हैं और 6 साल पहले यानी 29 साल की उम्र में ही उनके सारे दांत गिर गए थे. उन्होंने जब डॉक्टर्स को इस बारे में बताया तो सभी हैरान थे. अलेक्जेंडर कुछ खा नहीं सकते बस फूड्स को शेक या लिक्विड के रूप में ही ले सकते हैं.
एक वेबसाइट से बात करते हुए अलेक्जेंडर ने बताया, "मुझे लगता है बचपन में मुझे एंटीबयोटिक दी गई थीं हो सकता है उसके कारण मुझे ये साइड इफेक्ट हुआ हो और मेरे दांत कमजोर होकर गिर गए. मेरे मुंह में अभी एक भी दांत नहीं है. मैंने जब यूके में डॉक्टर्स से बात की तो उन्होंने बताया कि मेरे जबड़े से दांतों की जड़ों को निकालना होगा लेकिन अगर मैं ऐसा कराता हूं तो जबड़े की हड्डियों में इंफेक्शन भी हो सकता है. इस समय मुझे काफी सारी हेल्थ प्रॉब्लम भी आ रही हैं."
अलेक्जेंडर ने बताया, "मुझे बचपन से दांतों से संबंधित कोई समस्या नहीं थी क्योंकि मैं अपने दांतों की काफी अच्छे से देखभाल करता आ रहा था. फिर जैसे ही मेरे दांत गिरना शुरू हुआ मैं हैरान हो गया. लगभग 6 साल पहले तक मुझे मुंह की कोई समस्या नहीं थी लेकिन धीरे-धीरे मेरे दांत गिरने लगे और मुझे फिलिंग कराने की जरूरत थी. जब पहली बार मेरा एक टूटा तो मैं हैरान रह गया क्योंकि मैंने कभी ऐसी उम्मीद नहीं की थी कि मेरे साफ मुंह में मुझे दांत संबंधित कोई समस्या भी हो सकती है. मैं रोटी खा रहा था तो देखा कि अचानक से मेरा एक दांत टूट गया. इसके बाद तीन हफ्ते के अंदर मेरे 10 दांत टूट गए और अगले पांच साल के अंदर मेरे सारे दांत टूट गए."
अलेक्जेंडर ने आगे कहा, "दांत टूटते समय मुझे बिल्कुल भी दर्द नहीं हुआ और ना ही मसूड़ों से खून निकला. इसके बाद मैं समझ चुका था कि मैं नॉर्मल खाना नहीं खा सकता.
अलेक्जेंडर ने कहा, "मेरी लाइफ का यह काफी मुश्किल भरा समय है. मेरे बच्चे पिज्जा खाते हैं लेकिन मैं पिज्जा नहीं चबा भी नहीं सकता. लोग मुझे सलाह देते हैं कि मैं नरम चीजें खाउं लेकिन ऐसा नहीं हो सकता क्योंकि मैं सॉफ्ट फूड्स को भी नहीं चबा सकता. कई बार मेरी वाइफ ने चिकन को मिक्सी में पीसकर उसका शेक भी पीने दिया लेकिन स्वाद ना होने के कारण मैं उसे भी नहीं पी सकता. कई चीजों को मैं बड़े-बड़े पीस में ही निगल लेता हूं जिससे मुझे डाइजेशन संबंधित समस्या भी होने लगी है.