लगातार मिसाइल टेस्ट कर रहा उत्तर कोरिया, हथियारों की फैक्ट्री का किया दौरा

इसके अलावा मंगलवार को लंबी दूरी तक मार करने वाली दो क्रूज मिसाइल का टेस्ट किया गया.

Update: 2022-01-28 08:17 GMT

उत्तर कोरिया साल की शुरुआत से लगातार मिसाइल टेस्ट (Missile Test) कर रहा है. अब पता चला है कि इस हफ्ते उसने दो अलग-अलग हथियार प्रणाली को टेस्ट किया है. सरकारी मीडिया ने इस बात ती जानकारी दी. उसने बताया कि इस साल रिकॉर्ड संख्या में हथियार टेस्ट करते हुए मिसाइल दागी गई हैं. वहीं तानाशाह किम जोन उन (Kim Jong-un) ने हथियारों की फैक्ट्री का दौरा भी किया. जनवरी में छह परीक्षण किए गए हैं, जिनमें हाइपरसोनिक मिसाइल (Hypersonic Missile) भी शामिल थीं. इससे किम जोंग के सैन्य शक्ति बढ़ाने और अमेरिका संग वार्ता को दरकिनार करने का पता चलता है.

सरकारी कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने कहा कि मंगलवार को किए गए टेस्ट में एक लंबी दूरी तक मार करने वाली क्रूज मिसाइल शामिल थी, जो ईस्ट सी (समुद्र) के ऊपर से उड़ती हुई गई. इसे सी ऑफ जापान के नाम से भी जाना जाता है (North Korea Missile Test). मिसाइल ने 1800 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद टार्गेट को निशाना बनाया. केसीएनए ने कहा, गुरुवार को किए गए लॉन्च में दो 'टैक्टिकल गाइडेड मिसाइल' शामिल थीं, जिन्होंने एक द्वीप को निशाना बनाया. उसने कहा, 'यह साबित करता है कि पारंपरिक हथियार की विस्फोटक शक्ति डिजाइन की गई आवश्यकताओं के अनुसार हैं.'
किम जोंग उन ने हथियारों की फैक्ट्री का दौरा किया 
इस महीने उत्तर कोरिया के लगातार होते मिसाइल टेस्ट देखते हुए अमेरिका ने उसपर प्रतिबंध लगा दिए थे. लेकिन इससे किम जोंग को कोई फर्क नहीं पड़ा. उन्होंने हथियारों की फैक्ट्री का दौरा किया और देश के हथियार कार्यक्रम में उसकी भूमिका की काफी सराहना की. उन्होंने कहा, 'देश के सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण में ये फैक्ट्री (Weapon Factory) एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखती है.' हालांकि इस हफ्ते हथियारों के टेस्ट के दौरान किम जोंग भी वहां मौजूद थे, या नहीं इस मामले में केसीएनए ने कुछ नहीं कहा है.
अब तक कौन सी मिसाइल टेस्ट कीं?
मंगलवार को दागी गई मिसाइल बीते साल सितंबर में भी दागी गई थी, लेकिन इस बार इसकी गति और दूरी में बदलाव किया गया है. इससे पहले उत्तर कोरिया ने 5 जनवरी को हाइपरसोनिक मिसाइल का टेस्ट किया था. फिर दोबारा 14 जनवरी को टेस्ट किया गया. दूसरे लॉन्च के वक्त किम जोंग मौजूद थे. फिर 14 जनवरी को ट्रेन से कई कम दूरी वाली बैलिस्टिक मिसाइल (SRBMs) टेस्ट की गईं. 17 जनवरी को प्योंगयांग एयरपोर्ट से दो कम दूरी वाली बैलिस्टिक मिसाइल (SRBMs) का टेस्ट हुआ. इसके अलावा मंगलवार को लंबी दूरी तक मार करने वाली दो क्रूज मिसाइल का टेस्ट किया गया.

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