चीनी सेना के जंग लगे हथियारों को 'धार' देगा नया 'ट्रेनिंग सिस्टम', शनिवार को हुई घोषणा
चीनी सेना
चीनी सेना (Chinese Army) ने शनिवार को घोषणा करते हुए कहा कि वह एक नए तरह का ट्रेनिंग सिस्टम (New Training System) विकसित करेगा, जो हर तरह से मिलिट्री ट्रेनिंग (Military Training) में सुधार लाएगी. चाहें युद्धों को जीतने के लिए सेना की क्षमता को मजबूत करना हो या चीनी सेना को विश्वस्तरीय बनाना. चीनी सैन्य विश्लेषकों ने रविवार को कहा कि नया मिलिट्री ट्रेनिंग सिस्टम पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA)) की एक्सरसाइज पर फोकस करेगा, जो कि वैश्विक स्थितियों और बाहरी खतरों (External Threats) से निपटने के लिए असली युद्ध जैसे होगी.
न्यूज एजेंसी सिन्हुआ ने शनिवार को बताया कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के चेयरमैन के रूप में मंजूरी मिलने के बाद सीएमसी ने एक नए तरह के मिलिट्री ट्रेनिंग सिस्टम को बढ़ावा देने पर अपना फैसला जारी किया. रिपोर्ट के मुताबिक इस फैसले ने ट्रेनिंग सिस्टम की स्थापना में तेजी लाने, हर प्रकार से मिलिट्री ट्रेनिंग में सुधार लाने और पीएलए को विश्वस्तरीय सशस्त्र बल बनाने के लिए युद्धों को जीतने की क्षमता को मजबूत करने के प्रयासों पर जोर दिया.
इन चीजों पर रहेगा जोर
न्यूज एजेंसी ने बताया कि युद्ध के लिए तैयार ट्रेनिंग को बढ़ावा देने, ट्रेनिंग मैनेजमेंट में और सहायक स्थितियों में सुधार पर भी जोर दिया गया है. शनिवार को 'पीएलए डेली' की एक और विस्तृत रिपोर्ट ने बताया कि इस फैसले ने चीनी सेना को असली युद्ध की तरह ट्रेनिंग करने, संयुक्त अभ्यास को बढ़ावा देने, टेक्नोलॉजी के साथ ट्रेनिंग को बढ़ावा देने, क्षमताओं को मजबूत करने और ट्रेनिंग पैटर्न और कानूनों का पालन करने के लिए कहा गया है.
पीएलए डेली की रिपोर्ट के अनुसार न केवल सैनिकों बल्कि कमांडरों के लिए भी इंटेंसिव ट्रेनिंग और असली युद्ध के मैदान के माहौल में ट्रेनिंग प्राथमिकताओं में से एक हैं. एक चीनी सैन्य विशेषज्ञ और टीवी कमेंटेटर, सॉन्ग झोंगपिंग ने रविवार को ग्लोबल टाइम्स को बताया कि पीएलए द्वारा लागू किए गए पिछले ट्रेनिंग सिस्टम की तुलना में नई टेक्नोलॉजी असली मुकाबले पर ज्यादा तनाव डालती है.
क्षमताओं को बढ़ाने के लिए ट्रेनिंग जरूरी
नए सिस्टम में नए तरीकों की भी जरूरत है, जिसमें ट्रेनिंग उपकरण और इसे समर्थन देने के साधनों की तैनाती शामिल है ताकि अभ्यास को और अधिक वास्तिवक युद्ध जैसा बनाया जा सके. अमेरिका सेना के विपरीत, जो दुनियाभर में लगातार लड़ाइयां लड़ती रहती है, चीनी सेना ने दशकों से कोई वास्तविक युद्ध नहीं लड़ा.
एक अन्य चीनी विशेषज्ञ ने नाम न छापने की शर्त पर ग्लोबल टाइम्स को रविवार को बताया कि मुकाबला करने की क्षमता को बढ़ाने के लिए ट्रेनिंग ही एकमात्र तरीका है. यही कारण है कि चीनी सेना के लिए उच्च गुणवत्ता वाली ट्रेनिंग बेहत जरूरी है.