ओमिक्रॉन वैरिएंट पर हुई नई स्टडी, हुआ ये चौंकाने वाला खुलासा
इसके साथ ही आने वाले हफ्तों में लोगों के संक्रमित होने की संभावना कम हो सकती है.
ओमिक्रॉन वैरिएंट कोविड-19 के अन्य वैरिएंट्स की तुलना में काफी कम गंभीर है. यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है. इस रिपोर्ट के नतीजे चौंकाने वाले हैं.
गहन देखभाल या आईसीयू में भर्ती करने की आवश्यकता कम
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, डेल्टा वैरिएंट के जोखिम की तुलना में ओमिक्रॉन के कारण अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम आधा है. डेल्टा की तुलना में अस्पताल में भर्ती लोगों में उन्हें गहन देखभाल या आईसीयू में भर्ती करने की आवश्यकता जैसी संभावना 75 प्रतिशत कम है और मृत्यु दर भी डेल्टा की तुलना में 91 प्रतिशत कम है.
हालांकि, यह लंबे समय से स्वास्थ्य अधिकारियों और विशेषज्ञों द्वारा पहले भी बताया गया है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट इससे पहले के वैरिएंट्स की तुलना में इतना घातक नहीं है.
कोरोना के मामलों की संख्या के अनुपात में मौतें कम
इसकी वजह से ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और भारत में कुछ ही मौतें हुई हैं. वर्तमान में अमेरिका में हर दिन औसतन 7,50,515 नए मामले दर्ज किए जा रहे हैं और महामारी के शुरू होने के बाद से दैनिक तौर पर सामने आने वाले मामलों में दूसरा सबसे बड़ा उछाल भी इन दिनों देखा जा रहा है. मगर गनीमत है कि मामलों की संख्या के अनुपात में मौतें कम दर्ज की जा रही है. प्रत्येक दिन वायरस के कारण 1,716 मौतों का आंकड़ा सामने आया है जो कि डेल्टा की तुलना में कम ही है. हालांकि हाल के हफ्तों में इस वैरिएंट के मामलों में रिकॉर्ड संख्या में तीन गुना वृद्धि जरूर हुई है लेकिन मौतें समान दर से नहीं हुई हैं.
अमेरिका में इस वजह से हैं हालात खराब
सीडीसी प्रमुख रोशेल वालेंस्क ने बुधवार को कहा कि हाल ही में अमेरिका में कोविड की मौतों में 10 प्रतिशत की वृद्धि वास्तव में डेल्टा वैरिएंट के कारण हो रही है, न कि अत्यधिक तेजी से फैल रहे ओमिक्रॉन स्ट्रेन के कारण.
सीडीसी का यह भी अनुमान है कि अमेरिका में 98 प्रतिशत सक्रिय कोविड मामले ओमिक्रॉन वैरिएंट के हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि डेल्टा वैरिएंट जो 2021 में हावी था, अब केवल दो प्रतिशत मामलों में ही देखा जा रहा है. अगर यह नया वैरिएंट तेजी से फैलता है और इसकी वजह से ज्यादा मौतें नहीं होती हैं तो यह आबादी के माध्यम से जल्द से खत्म होना शुरू हो सकता है.
कोरोना के केस घटने के संकेत
रिपोर्ट में कहा गया है कि विशेषज्ञों और स्वास्थ्य अधिकारियों को उम्मीद है कि इस वैरिएंट के कारण कोरोना के केस घटने के संकेत दे रहे हैं. इसके साथ ही आने वाले हफ्तों में लोगों के संक्रमित होने की संभावना कम हो सकती है.