ओमिक्रॉन में जल्द लागू होंगे नए नियम, अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर लग सकता है ब्रेक

कोरोना के ओमिक्रॉन स्वरूप से जंग के लिए सरकार ने चौकसी बढ़ा दी है। विदेश से आने वाले यात्रियों को एक दिसंबर से यात्रा शुरू करने के पहले एयर सुविधा पोर्टल पर निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट अपलोड करनी होगी।

Update: 2021-11-29 02:38 GMT

कोरोना के ओमिक्रॉन स्वरूप से जंग के लिए सरकार ने चौकसी बढ़ा दी है। विदेश से आने वाले यात्रियों को एक दिसंबर से यात्रा शुरू करने के पहले एयर सुविधा पोर्टल पर निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट अपलोड करनी होगी। पिछले 14 दिन का यात्रा विवरण भी बताना होगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार देर शाम ये दिशा-निर्देश जारी किए।

अब खतरे वाले देशों से आने वालों की भारत आते ही कोरोना जांच होगी। रिपोर्ट आने तक उन्हें एयरपोर्ट पर ही रोका जाएगा। रिपोर्ट निगेटिव आती है तो उन्हें सात दिन घर पर या जहां भी ठहरे हों, वहां क्वारंटीन रहना होगा। आठवें दिन दोबारा जांच होगी। इसमें भी रिपोर्ट निगेटिव आई तो अगले सात दिन खुद पर निगरानी रखनी होगी।
अन्य देशों से आने वालों को हवाई अड्डे से निकलने की अनुमति तो होगी, पर उन्हें 14 दिन खुद की निगरानी करनी होगी, लक्षण दिखने पर सूचना प्रशासन को देनी होगी। इन देशों की उड़ानों के 5 फीसदी यात्रियों की एयरपोर्ट पर जांच कराई जाएगी। पॉजिटिव मिलने पर उनके सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे जाएंगे।
अब भी संभलने का वक्त...लापरवाही पड़ेगी भारी
कोरोना संबंधी लापरवाही का दृश्य रविवार को नई दिल्ली के सरोजिनी नगर मार्केट में दिखा। सैकड़ों लोग शारीरिक दूरी के नियमों का उल्लंघन कर सामान खरीदते नजर आए।
राज्यों को जांच और टीकाकरण बढ़ाने के निर्देश
केंद्र सरकार ने राज्यों को निगरानी व टीकाकरण का दायरा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। कंटेनमेंट नियम लागू करने, जांचें बढ़ाने व हॉटस्पॉट पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य ढांचे को दुरुस्त करने को भी कहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों के मुख्य सचिवों को लिखे पत्र में विदेशी सैलानियों की स्क्रीनिंग, कोरोना जांच, संक्रमिताें के तत्काल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए सैंपल भेजने पर जोर दिया। सरकार ने उन देशों को खतरे वाली सूची में डाल दिया है, जहां नए स्वरूप के मामले मिले हैं।
गृहमंत्रालय ने रविवार को बैठक कर अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने के फैसले की समीक्षा करने का निर्णय लिया है। साथ ही, विदेश से आने वाले यात्रियों खासकर ओमिक्रॉन की मौजूदगी वाले देशों से आने वालों की जांच व निगरानी के लिए जल्द एसओपी जारी की जाएगी। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला की अध्यक्षता में हुई बैठक में नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल, प्रधानमंत्री के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार विजय राघवन सहित कई मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
इस्राइल समेत 8 देशों में मिला ओमिक्रॉन
24 नवंबर को सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में मिले कोरोना के बी.1.1.529 वैरिएंट (ओमिक्रॉन) बोत्सवाना, बेल्जियम, हांगकांग, इस्राइल, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन व इटली में दस्तक दे दी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे 'वैरिएंट ऑफ कंसर्न' करार दिया था। इसके तुरंत बाद दुनिया के सभी देशों ने निगरानी बढ़ा दी है। ब्रिटेन ने शनिवार से मास्क पहनने और हवाई अड्डों पर अंतरराष्ट्रीय आगंतुकों की जांच को अनिवार्य कर दिया था।
यूरोप, ऑस्ट्रेलिया में मिले मामले, ब्रिटेन-इस्राइल में यात्रा प्रतिबंध
अत्यधिक संक्रामक माना जा रहा ओमिक्रॉन तेजी से फैल रहा है। ब्रिटेन के बाद यूरोप में इस वैरिएंट के मामले मिले हैं। नीदरलैंड में 13 लोग संक्रमित मिले हैं तो जर्मनी में दो और इटली में एक मामले की पुष्टि हुई है। ऑस्ट्रेलिया में भी दो लोगों में ओमिक्रॉन का संक्रमण मिला है। उधर, फ्रांस और अमेरिका ने भी आशंका जताई है कि नए स्वरूप का प्रवेश उनके यहां भी पहले ही हो चुका है।
नीदरलैंड की राजधानी एम्स्टर्डम में दक्षिण अफ्रीका से आए 13 लोगों में इस वैरिएंट का संक्रमण मिला है। सभी को आइसोलेट किया है। जर्मनी के बावेरिया राज्य में भी शनिवार को ओमिक्रॉन से संक्रमण के दो मामलों की पुष्टि हुई। इटली के राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान ने बताया कि मोजांबिक से आए व्यक्ति को भी इसी से पीड़ित पाया गया। इससे पहले शनिवार को ब्रिटेन में भी दक्षिण अफ्रीका से आए तीन लोगों में नए स्वरूप का संक्रमण मिला है।
ब्रिटेन ने विदेश से आने वाले हर व्यक्ति के 14 दिन क्वारंटीन को अनिवार्य कर दिया है। उधर, ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि शनिवार शाम दक्षिणी अफ्रीका से सिडनी पहुंचे दो लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित पाए गए। हालांकि, दोनों ही लोगों को टीके की दोनों खुराक लग चुकी थीं और दोनों में संक्रमण के लक्षण नहीं दिख रहे थे।
फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्री ओलिवियर वेरन ने भी कहा कि फ्रांस में अभी तक किसी भी मामले की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन यह देखते हुए कि कई पड़ोसी देशों में इसके संक्रमण की सूचना मिली है। इस्राइल ने सभी विदेशियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है और आतंकवाद विरोधी फोन-ट्रैकिंग तकनीक को फिर सक्रिय कर दिया है।
अब-तक इन देशों में फैला
सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में पहचाने गए ओमिक्रॉन वैरिएंट से ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, जर्मनी, इटली, बेल्जियम, बोत्सवाना, इस्राइल और हांगकांग में भी संक्रमित लोग मिले हैं।
इन देशों ने लगाए यात्रा प्रतिबंध
ब्रिटेन, अमेरिका, रूस, यूरोपीय संघ, कनाडा, जापान, थाईलैंड, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, सऊदी अरब, फ्रांस, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, माल्टा, स्विट्जरलैंड, श्रीलंका, इस्राइल, दुबई, जॉर्डन, बहरीन, मोरक्को, सिंगापुर, तुर्की, मिस्र, मॉरिशस, बांग्लादेश, मलेशिया, इंडोनेशिया, मालदीव, ओमान, कुवैत।


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