नेपाल ने भारत से कोविड वैक्सीन की सुगम आपूर्ति करने को कहा, वैश्विक वितरण में असंतुलन बना
आपूर्ति कोवैक्स के माध्यम से करने के बजाय सीधे करने वाले देशों की निंदा की.
नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप कुमार ज्ञवाली (Pradeep Kumar Gyawali) ने भारत के अपने समकक्ष एस जयशंकर (S Jaishankar) से बातचीत की है. इस दौरान उन्होंने कोविड-19 रोधी वैक्सीन (Corona Vaccine) की सुगम आपूर्ति का अनुरोध किया. विदेश मंत्रालय ने बताया कि ज्ञवाली ने जयशंकर के साथ फोन पर हुई बातचीत के दौरान कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) से निपटने में सहयोग पर चर्चा की. विदेश मंत्रालय ने कहा, 'बातचीत के दौरान दोनों पक्षों ने कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए प्रयास तेज करने पर विचारों का आदान-प्रदान किया.'
एक बयान में कहा गया, 'विदेश मंत्री ज्ञवाली ने कोविड-19 महामारी से निपटने में सहयोग और कोविशील्ड वैक्सीन की दस लाख डोज देने के लिए भारत सरकार का शुक्रिया अदा किया (Indian Vaccines to Nepal).' ज्ञवाली ने जयशंकर से वैक्सीन की आपूर्ति के लिए जरूरी व्यवस्था का अनुरोध किया ताकि ज्यादा जोखिम वाले लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी जा सके. इस समय वैक्सीन की कमी को लेकर काफी हंगामा हो रहा है. ऐसा ना केवल भारत बल्कि दुनिया के कई देशों में देखने को मिल रहा है.
87 प्रतिशत से अधिक डोज अमीर देशों को मिलीं
वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख ने कहा है कि दुनियाभर में दी गईं कोरोना वायरस वैक्सीन की 70 करोड़ से अधिक डोज में से 87 प्रतिशत से अधिक धनवान देशों को दी गई हैं. डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रस अधानम घेब्रेयेसस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने कहा कि अमीर देशों में औसतन चार में से एक व्यक्ति को कम से कम कोविड-19 वैक्सीन की एक डोज मिल गई है, जबकि कम आय वाले देशों में 500 लोगों में केवल एक व्यक्ति को वैक्सीन लगाई गई है.
वैक्सीन के वैश्विक वितरण में असंतुलन
टेड्रस ने शुक्रवार को मीडिया ब्रीफिंग में कहा, 'वैक्सीन के वैश्विक वितरण में स्तब्ध करने वाला असंतुलन है.' उन्होंने वैक्सीन के निष्पक्ष वितरण के लिए बनाई गई संयुक्त राष्ट्र समर्थित पहल 'कोवैक्स' (COVAX) को अन्य किसी प्रणाली की तुलना में वैक्सीन के तेजी से और अधिक प्रभावी तरीके से वितरण की मजबूत प्रणाली बताया (WHO on Coronavirus Vaccines). टेड्रस ने कहा कि कोवैक्स ने अभी तक दुनियाभर में करीब 3.8 करोड़ डोज की आपूर्ति की है. उन्होंने दूसरे देशों को वैक्सीन की आपूर्ति कोवैक्स के माध्यम से करने के बजाय सीधे करने वाले देशों की निंदा की.