NASA देगा "मंगल" पर रहने का मौका, जाने क्या है प्रक्रिया
इंजीनियरिंग या गणित में मास्टर्स की डिग्री या बतौर पायलट तजुर्बा होना जरूरी है.आवेदकों की उम्र 30 से 55 साल के बीच होनी चाहिए.
अगर आप सोचते हैं कि आखिर मंगल ग्रह पर रहना कैसे लगता होगा। मंगल की वातावरण और वायुमंडल पृथ्वी से कितने अलग हैं या यहां पर अगर एक साल रहने को कह दिया जाए तो कैसा तजुर्बा होगा। इन तमाम सवालों का जवाब नासा ने एक अमेरिका में जगह बना कर तैयार कर दिया है। इस जगह नासा ने मंगल जैसी स्थति तैयार की है और यहां के हालात बिलकुल मंगल जैसे बनाए गए हैं। मंगल पर अंतरिक्ष यात्री भेजने की तैयारी करने के लिए नासा ने 1,700 वर्ग फीट की एक जगह बनाई है, जहां मंगल के हालात की नकल की गई है. संस्था को इसमें एक साल बिताने के लिए चार लोगों की तलाश है और इसके लिए उसने आवेदन लेने शुरू कर दिए हैं.
हयूस्टन स्थित जॉनसन अंतरिक्ष केंद्र में थ्रीडी प्रिंटर की मदद से बनाई गई इस जगह का नाम मार्स ड्यून ऐल्फा रखा गया है. कार्यक्रम के साथ जुड़ने वाले लोगों को यहीं साल भर बिताना होगा. इस दौरान यहां एक पूरे खोजी मिशन की नकल की जाएगी. इनमें स्पेसवॉक, परिवार वालों से सीमित बातचीत, प्रतिबंधित खाना और संसाधन और उपकरणों का विफल होना भी शामिल है.
अगले साल होगी इसकी शुरुआत, नासा की योजना ऐसे तीन प्रयोग करने की है, जिनमें से पहला अगले साल शरद ऋतु में शुरू होगा. सारा खाना अंतरिक्ष में खाया जाने वाला रेडी-टू-ईट खाना होगा. कुछ पौधे जरूर उगाए जाएंगे, लेकिन वो आलू नहीं होंगे, जैसा कि "द मार्शियन" फिल्म में दिखाया गया था.
मुख्य वैज्ञानिक ग्रेस डगलस ने बताया, "हम यह जानना चाहते हैं कि इन हालात में इंसानों का प्रदर्शन कैसा रहता है.हम मंगल ग्रह जैसे हालात बनाने की कोशिश कर रहे हैं" आवेदन प्रक्रिया खुल तो गई है लेकिन नासा को किसी आम इंसान की तलाश नहीं है. योग्यता के लिए शर्तें कड़ी हैं, जिनमें विज्ञान, इंजीनियरिंग या गणित में मास्टर्स की डिग्री या बतौर पायलट तजुर्बा होना जरूरी है.आवेदकों की उम्र 30 से 55 साल के बीच होनी चाहिए.