NASA: मंगल पर Ingenuity हेलिकॉप्टर ने भरी 10वीं उड़ान
अपनी उड़ान के दौरान, Ingenuity हेलीकॉप्टर ने अपने छठे हवाई क्षेत्र से उड़ान भरी
अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA के Ingenuity मार्स हेलिकॉप्टर ने अपनी 10वीं और अब तक की सबसे ऊंची उड़ान भरी. इस दौरान हेलिकॉप्टर ने लाल ग्रह (Red Planet) पर कुल मिलाकर एक मील की दूरी को पूरा किया. अंतरिक्ष एजेंसी की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (JPL) के NASA अधिकारियों ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, आज मार्स हेलीकॉप्टर की उड़ान की सफलता के साथ, हमने अब तक की उड़ान की कुल एक मील की दूरी को कवर कर लिया है. NASA के अनुसार, ये उड़ान अभी तक की सबसे जटिल उड़ान थी. इसके रास्ते में 10 से अधिक मार्ग थे.
अपनी उड़ान के दौरान, Ingenuity हेलीकॉप्टर ने अपने छठे हवाई क्षेत्र से उड़ान भरी. इस दौरान हेलिकॉप्टर ने 165 सेकंड में लगभग 95 मीटर की दूरी तय की. साथ ही 12 मीटर की अधिकतम उड़ान ऊंचाई का एक नया रिकॉर्ड बनाया. इसने लाल ग्रह के एक क्षेत्र की तस्वीरें भी लीं. इस जगह को रेज्ड रिजेस कहा जाता है, जहां पर NASA परसिवरेंस रोवर (Perseverance rover) को भेजने की योजना बना रहा है. गौरतलब है कि NASA का परसिवरेंस रोवर अपने साथ Ingenuity मार्स हेलिकॉप्टर को लेकर इस साल फरवरी में मंगल की सतह पर लैंड हुआ था.
रेज्ड रिजेस क्षेत्र में भेजा जा सकता है परसिवरेंस रोवर
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने पहले के एक बयान में उल्लेख किया था कि फ्लाइट 10 अपने उड़ान के दौरान 'रेज्ड रिजेस' (RR) नामक एक क्षेत्र को टार्गेट करेगा. इस क्षेत्र का नाम भौगोलिक विशेषताओं के आधार पर रखा गया है. ये जगह हमारी वर्तमान लोकेशन के दक्षिण पश्चिम में लगभग 164 फीट (50 मीटर) से शुरू होती है. NASA ने कहा कि हम रेज्ड रिजेस की इमेजिंग करेंगे क्योंकि यह एक ऐसा क्षेत्र है, जो परसिवरेंस रोवर के वैज्ञानिकों को दिलचस्प लगता है. भविष्य में यहां पर रोवर को भेजने की योजना पर विचार भी किया जा रहा है. NASA ने कहा कि हेलिकॉप्टर द्वारा रेज्ड रिजेस क्षेत्र के अलग-अलग रास्ते से ली गई तस्वीरों को एक किया जाएगा.
19 अप्रैल को पहली बार भरी मंगल पर उड़ान
बता दें कि चार पाउंड वजनी हेलिकॉप्टर NASA के परसिवरेंस रोवर के भीतर फिट किया गया था और ये 4 अप्रैल को मंगल की सतह पर उतरा. 19 अप्रैल को जब Ingenuity हेलिकॉप्टर ने पहली बार उड़ान भरी तो इसने इतिहास रच दिया. दरअसल, ये पहला मौका था, जब पृथ्वी के इतर किसी दूसरे ग्रह पर हेलिकॉप्टर को उड़ाया गया हो. शुरुआत में इंजीनियरों ने पांच फ्लाइट टेस्ट करने की योजना बनाई थी, ताकि परसिवरेंस रोवर प्राचीन जीवन के तलाश के अपने प्रमुख काम को कर सके. टेस्ट फ्लाइट के दौरान रोवर ने एक कैमरामैन का काम किया है. वहीं, अब इंजीनियरों ने हेलिकॉप्टर की परफॉर्मेंस को देखते हुए अधिक टेस्ट फ्लाइट करने की योजना बनाई है.