नेटफ्लिक्स की पहली अरबी फिल्म को लेकर मुस्लिम देश गुस्से में, जानें क्या है वजह?
हमें उसे प्रतिबंधित करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस फिल्म में 20 से ज्यादा अश्लील गालियां भी हैं.
नेटफ्लिक्स की पहली अरबी फिल्म (Netflix First Arabic Film) को लेकर मुस्लिम देशों (Muslim Countries) का पारा चढ़ गया है. खासकर मिस्र (Egypt) में फिल्म का भारी विरोध हो रहा है. लोगों का कहना है कि ये फिल्म पारिवारिक और धार्मिक मूल्यों के लिए खतरा है. उनका तर्क है कि फिल्म में कई ऐसे दृश्य हैं, जिनके जरिए अरब देशों की संस्कृति को निशाना बनाने की कोशिश की गई है. फिल्म पर समलैंगिकता और अश्लीलता को बढ़ावा देने के आरोपों के चलते इस पर बैन की मांग हो रही है.
इटली की फिल्म का रीमेक
फिल्म के आलोचकों का कहना है कि इस फिल्म के जरिए अरब देश के लोगों को मानसिक तौर पर भ्रष्ट करने की साजिश रची जा रही है. फिल्म का नाम Ashab Wala A'azz (No Dear Friends) है. ये फिल्म इटली की हिट फिल्म 'Perfect Strangers' का अरबी रीमेक है. इस फिल्म को कई अंतरराष्ट्रीय भाषाओं में बनाया गया है. मुस्लिम देश खासकर मिस्र को इस फिल्म के कई दृश्यों पर आपत्ति है.
किस बात पर हो रहा विवाद?
फिल्म के एक दृश्य में एक लेबनानी पिता अपनी किशोर बेटी से कहता है कि वो इस बात का फैसला करने के लिए स्वतंत्र है कि वो अपने प्रेमी के साथ सेक्स करना चाहती है या नहीं. वहीं, एक दूसरे सीन में मिस्र की एक महिला डिनर के लिए बाहर जाने से पहले अपने कपड़ों के नीचे से अपने अंडरवियर को उतार देती है. वो जिससे मिलने जाती है वो उसका पति नहीं बल्कि कोई और व्यक्ति होता है. इस सीन को लेकर लोग कड़ी आपत्ति जाहिर कर रहे हैं. उनका कहना है कि फिल्म के जरिए अरब संस्कृति को भ्रष्ट किया जा रहा है.
क्या है फिल्म की कहानी?
फिल्म सात दोस्तों की कहानी है जो एक डिनर पार्टी के इर्द-गिर्द घूमती है. पार्टी की होस्ट सबसे एक गेम में हिस्सा लेने को कहती है, जिसके बाद सब एक-दूसरे से अपने सभी कॉल, टेक्स्ट और वॉयस मैसेज को शेयर करने के लिए राजी होते हैं. लेकिन इससे सभी के राज सामने आने लगते हैं. इससे सभी के रिश्तों की कठिन परीक्षा शुरू होती है. इस दौरान, समलैंगिक रिश्तों का भी खुलासा होता है. बता दें कि अरब समाज में समलैंगिक पात्रों को दिखाने की अनुमति नहीं है और इसे सेंसर किया जाता है.
संस्कृति मंत्रालय के खिलाफ केस
पिछले महीने 20 जनवरी को रिलीज हुई इस फिल्म काफी पसंद किया जा रहा है और दो हफ्ते के अंदर ही ये फिल्म अरब देशों में सबसे ज्यादा देखी जाने वाली फिल्म बन गई. लेकिन फिल्म हिट होते ही इस पर विवाद भी शुरू हो गया है. फिल्म रिलीज करने की इजाजत देने की वजह से मिस्र के संस्कृति मंत्रालय और सेंसर कार्यालय के खिलाफ मुकदमा दायर किया गया है और मिस्र के सांसदों ने फौरन फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है.
नेटफ्लिक्स पर बैन की मांग
मिस्र की मशहूर अभिनेत्री मोना जकी भी आलोचकों के निशाने पर आ गई हैं, जिन पर फिल्म में अपमानजनक दृश्यों में भाग लेने का आरोप लगा है. लोगों का कहना है कि इस फिल्म के जरिए समलैंगिकता को बढ़ावा मिलता है. यह मिस्र के समाज की नैतिकता पर एक तरह का हमला और पारिवारिक मूल्यों को नष्ट करने की कोशिश है. वहीं, मिस्र के सांसद मुस्तफा बेकरी ने फिल्म पर कड़ी आपत्ति जताते हुए नेटफ्लिक्स को मिस्र में बैन करने की मांग की है. एक लोकप्रिय टीवी शो पर बात करते हुए बेकरी ने तर्क दिया कि इसके जरिए मिस्र और अरब के पारिवारिक मूल्यों को निशाना बनाया जा रहा है.
सेक्स की चर्चा स्वीकार नहीं
सांसद ने कहा कि फिल्म के एक दृश्य में पिता अपनी बेटी के सामने सेक्स को लेकर बात करता है. वहीं, फिल्म के एक और दृश्य में विवाह पूर्व बनाए गए संबंधों को लेकर चर्चा की गई है, जो अरब समाज की संस्कृति पर गंभीर खतरा है. नेटफ्लिक्स मिस्र और अरब संस्कृति को निशाना बना रहा है इसलिए हमें उसे प्रतिबंधित करना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस फिल्म में 20 से ज्यादा अश्लील गालियां भी हैं.