बंदरों ने किया ये भयानक व्यवहार, पूरी घटना जानकर आप भी रह जाएंगे हैरान
दुनियाभर के वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट और जीव वैज्ञानिक हतप्रभ हैं.
कोस्टा रिका के सैंटा रोजा नेशनल पार्क में कुछ वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट और रिसर्चर्स सफेद मुंह वाले कैपुचिन बंदरों की जीवन शैली पर शोध कर रहे थे. बंदरों की फिल्म बनाई जा रही थी. इसी दौरान एक ऐसी घटना घटी जिसे देख सभी एक्सपर्ट हैरान रह गए. बंदर का एक छोटा बच्चा पेड़ से गिर कर मर गया. उसके परिवार से जुड़े और अन्य बंदर नीचे उतरे. लग रहा था कि बच्चे के साथ अन्य जीवों की तरह संवेदना प्रकट करेंगे लेकिन बंदरों ने उस मृत बच्चे को नोच-नोच कर खाना शुरू कर दिया.
कैपुचिन बंदर (Capuchin Monkeys) के इस व्यवहार को देख एक्सपर्ट हैरान रह गए. छोटे-मोटे कीड़े-मकौड़े और फल-पत्ते खाने वाले ये सफेद मुंह वाले बंदर अचानक से अपने ही बच्चे को कैसे खा सकते हैं. इन बंदरों के व्यवहार में आए इस बदलाव से दुनियाभर के वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट और जीव वैज्ञानिक हतप्रभ हैं. क्योंकि यह एक तरह का कैनिबलिज्म (Cannibalism) यानी मांस भक्षण है. कैनिबलिज्म मतलब अपनी ही प्रजाति के जीवों को खाना.
कैपुचिन बंदर (Capuchin Monkeys) सैंटा रोजा नेशनल पार्क में 37 सालों से हैं. लेकिन इस तरह का रवैया आजतक किसी ने नहीं देखा. बंदरों के व्यवहार में आए इस भयानक बदलाव की रिपोर्ट 16 अक्टूबर को इकोलॉजी एंड इवोल्यूशन नाम के जर्नल में प्रकाशित हुई है. इस रिपोर्ट को वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट मारी निशिकावा और उनकी टीम ने तैयार किया है.
हुआ यूं कि सैंटा रोजा नेशनल पार्क में वाइल्डलाइफ साइंटिस्ट एक शोध कर रहे थे. तभी कैपुचिन बंदरों (Capuchin Monkeys) के जोर से चिल्लाने की आवाजें आने लगीं. साइंटिस्ट आवाज की तरफ बढ़े. उन्होंने देखा कि CT-19 नाम का एक दस दिन का बंदर ऊंचे पेड़ से गिरकर मर गया. जिसके बाद कई बंदर तुरंत नीचे उतरे. साइंटिस्ट्स को लगा कि वो उसकी बॉडी उठाने आए हैं. उसे ठीक करने की कोशिश करेंगे. वापस पेड़ पर ले जाएंगे, जैसा अक्सर बंदर करते हैं.
अचानक एक दो साल का नर कैपुचिन बंदर (Capuchin Monkeys) वहां आया. उसने मृत CT-19 बंदर के पैर को खाना शुरू कर दिया. मरे हुए बंदर की मां वहीं बैठी ये पूरी प्रक्रिया देखती रही. इसके बाद 23 साल की वह मां जो उस समूह की अल्फा मादा थी, उसने अपने बच्चे के शव को खींच लिया और खुद दूसरा पैर खाने लगी. अगले आधे घंटे में मां ने अपने मरे हुए बच्चे के शरीर का निचला आधा हिस्सा खा लिया था. सिर्फ सर, धड़ और हाथ बचे थे.
दो साल का नर बंदर जिसने मृत बच्चे को पहले खाना शुरू किया था उसके हिस्से में सिर्फ पूंछ आई. वह उसे लेकर दूर चला गया. जांच में पता चला कि जिस नर बंदर ने मृत बच्चे को खाना शुरू किया था वह उसका रिश्ते में भाई लगता था. साइंटिस्ट्स ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि मध्य और दक्षिण अमेरिका के बंदरों के समुदाय में आजतक इस तरह की आठ घटनाएं ही हुई हैं.
आमतौर पर बंदर अपने परिवार के किसी सदस्य के मरने के बाद उसे तब तक नहीं खाते जब तक शरीर खराब न होने लगे. आमतौर पर मृत बंदर के रिश्तेदार ऐसा करते हैं. नजदीकी रिश्तेदार प्राकृतिक तौर पर मरे बंदरों के शवों को खाते हैं. लेकिन यहां मौत प्राकृतिक नहीं थी. बच्चा हादसे में मरा था. लेकिन बंदरों के व्यवहार में यह बदलाव बेहद भयावह था. इसे देख साइंटिस्ट बेचैन हो उठे थे.
मारी निशिकावा और उनकी टीम को ये समझ में नहीं आया कि CT-19 टहनी से गिरा कैसे. हो सकता है कि किसी बड़े नर बंदर ने उसे धक्का दिया हो. आमतौर पर मादा बंदर अपने बच्चे के गिरने पर बेहद आक्रामक हो जाती है. किसी पर भी हमला कर सकती है लेकिन इस मादा बंदर मां ने ऐसा कुछ भी नहीं किया.
आमतौर पर सफेद मुंह वाले कैपुचिन बंदर (Capuchin Monkeys) फल, पौधे और छोटे जीव-जंतुओं को खाते हैं. जैसे छिपकली, गिलहरी और पक्षी. जब ये शिकार पकड़ते हैं तो पहले उसके चेहरे पर हमला करते हैं. चेहरे से ही खाना शुरू करते हैं. उसके बाद उसका पूरा शरीर खा जाते हैं. लेकिन यहां बच्चे के मरने पर कैपुचिन बंदरों ने उल्टा किया था. पहले पैर खाया. और तो और शरीर नीचे से खाकर आधा छोड़ दिया.