मिजरी बीच ऑस्ट्रेलिया में सर्वश्रेष्ठ समुद्री तटों में से एक, यहां पहले पाए गए थे खूनी निशान
मिजरी बीच और अल्बानी शहर का अनूठा इतिहास भी काफी सारे विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करता है.
मिसरी बीच से सिर्फ 500 मीटर दूर पश्चिम में अल्बानी हिस्टोरिक व्हेलिंग स्टेशन काफी आकर्षण का केंद्र है. यहां पर लोग व्हेल के शिकार करने के युग के बारे में जान सकते हैं. 1978 में बंद होने से पहले यह पूरे ऑस्ट्रेलिया में आखिरी व्हेलिंग पोस्ट थी. तो बीच खुलने के बाद परिवार और दोस्तों के साथ इस शानदार जगह की जरूर सैर करें.
ऐसे मिला अनोखा नाम
हालांकि, मिजरी बीच नाम पड़ने की एक अन्य वजह भी है. जब व्हेल के शिकार के लिए कुछ लोग नाव से समुद्र तट के पास पहुंचे, तो देखा कि दोपहर में सूरज समुद्र तट के चट्टान से टकराता था, वह एक डूबते हुए चेहरे जैसा दिखता था. वहीं, मिजरी बीच पर 1970 के दशक में व्हेलिंग बंद हो गई थी.
व्हेल का किया जाता था शिकार
1840 के दशक में यहां पर व्हेलिंग ऑपरेशन घर था. 1900 की शुरुआत में मिजरी बीच के बगल में क्रूर गतिविधियों की शुरुआत हुई. यहां पर व्हेल का शिकार किया गया, जिससे पूरा पानी व्हेल के खून से लाल हो जाता था. इस वजह से समुद्र तट को अनोखा नाम मिला. हालांकि, इसका आधिकारिक रिकॉर्ड नहीं है.
अंग्रेजों का था प्रमुख शिपिंग मार्ग
यह इलाका कभी अंग्रेजों के लिए एक प्रमुख शिपिंग मार्ग था, लेकिन समुद्री डाकुओं की वजह से यह सुंदर बीच काफी समय तक अशांत रहा. यहां समुद्री डाकू के गिरोह समुद्री तटों पर जहाजों पर छापा मारा करते थे.
कभी था समुद्री डाकुओं का खौफ
अल्बानी शहर 1826 में पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में शामिल हुआ था. यहां 1700 के दशक के अंत में इस शहर में अंग्रेजों द्वारा कई ऑस्ट्रेलियाई कालोनियां बनाई गईं. इसके लिए ब्रिटेन से अपराधियों को यहां भेजा गया और मजदूरी करने के लिए मजबूर किया गया. लेकिन इनमें से कुछ अल्बानी के आसपास के जंगलों और समुद्र तटों की ओर भाग गए और यहां समुद्री डाकू बनकर अपराध करने लगे.
शांत व सुंदर जगह
मिजरी बीच सुंदर व शांत जगह है. यहां पर आकर लोग खुद को तरोजाजा महसूस करते हैं. यह दुनिया के बाकी हिस्सों से काफी दूर है. ऐसे में हर किसी की तमन्ना होती है कि जिंदगी में एक बार यहां के नजारे का लुत्फ उठाया जाए. मिजरी बीच और अल्बानी शहर का अनूठा इतिहास भी काफी सारे विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करता है.