कांगो में उग्रवादियों का हमला, 18 लोगों को सुलाया मौत की नींद, डर के मारे भागे 16,000 लोग

कांगो के अंदर 50 लाख से अधिक लोगों को आंतरिक रूप से विस्थापित होना पड़ा है.

Update: 2021-11-23 06:20 GMT

कांगो (Cango) के इतुरी प्रांत (Ituri region) के दो गांव पर उग्रवादियों के हमले में कम से कम 18 लोग मारे गए. सेना ने सोमवार को यह जानकारी दी. वही, स्थानीय अधिकारियों और क्षेत्र में हिंसा का पता लगाने वाले समूह ने कहा कि मरने वालों की संख्या 18 से 29 के बीच है. 'किवू सिक्युरिटी ट्रैकर' ने बताया कि हमले में मारे गए ज्यादातर लोग ड्रोड्रो और मबा-डोंगो गांव के रहने वाले थे और ये सभी आम नागरिक थे. ये हमला कोऑपरेटिव फॉर डेवलपमेंट ऑफ द कांगो (CODECO) के उग्रवादियों ने किया था. नजदीक के नॉर्थ बेहमा इलाके के प्रमुख विली पिलो मुलिंद्रो ने बताया कि हमले में जान-माल का बहुत नुकसान हुआ है.

'किवू सिक्युरिटी ट्रैकर' ने बताया कि स्थानीय लोगों से बात करने के बाद इस बात की जानकारी मिली है कि इस हमले में कम से कम 18 से 29 लोगों की मौत हुई है. इसने पहले कहा था कि हमले में 107 लोगों लोगों की मौत हुई, लेकिन बाद में स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि ये जानकारी गलत थी. हमलावरों ने ड्रोड्रो के गिरजाघर में भी लूटपाट की. कांगो में संयुक्त राष्ट्र के शांति रक्षा मिशन ने बताया कि हिंसा से घबराकर भागे कम से कम 16,000 लोगों ने शांतिरक्षकों के नियंत्रण वाले स्थल पर शरण ली है. निकटवर्ती उत्तरी बेहमा जिले के प्रमुख विली पिलो मुलिंड्रो ने कहा कि हमले में बड़ा नुकसान हुआ है.
कांगो में बढ़ा विस्थापन संकट
विली पिलो मुलिंड्रो ने कहा कि हमले के कारण वे अभी तक घटनास्थल पर नहीं लौटे हैं. इसके अलावा, नागरिक समाज कार्यकर्ता, चैरिटे बंजा के अनुसार, लगभग 22 शवों की खोज की गई है और ड्रोड्रो में कैथोलिक चर्च को लूट लिया गया है. इसी बीच, पूर्वी कांगो में संघर्ष हाल के हफ्तों में बढ़ गया है. देश में जारी विस्थापन संकट अब और बढ़ गया है. हजारों लोगों को शिविरों में शरण लेना पड़ा. इन लोगों को अपने समुदाय से भी बिछड़ना पड़ा. कई नागरिक बुनिया में इतुरी क्षेत्र की राजधानी में स्थापित एक शिविर में अस्थायी आवास या प्लास्टिक और कपड़े से बने तंबू में रहते हैं.
कांगो में विस्थापित हुए 20 लाख लोग
कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान के अनुसार, एक अनुमान के अनुसार, संघर्ष से बचने वाले लगभग 16,000 लोगों ने संयुक्त राष्ट्र बलों द्वारा संरक्षित एक नजदीकी सुविधा में शरण ली है. विस्थापन वर्षों के रक्तपात और विद्रोही समूहों और कांगो के सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष का परिणाम है. आंतरिक विस्थापन निगरानी केंद्र ने कहा कि साल 2020 में कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में 20 लाख लोग विस्थापित हुए, जिसने इसे दुनिया में युद्ध के कारण सबसे अधिक ताजा विस्थापन वाला देश बना दिया. कांगो के अंदर 50 लाख से अधिक लोगों को आंतरिक रूप से विस्थापित होना पड़ा है.


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