सेंट्रल रूस (Russia) के एक स्कूल को निशाना बनाया गया है. घटनास्थल से आ रही शुरुआती जानकारी के मुताबिक इलाके के एक किंडरगार्टन स्कूल में लगातार ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई गईं. अचानक हुई इस फायरिंग से आस-पास के लोग दहल गए. गोलीबारी की इस घटना में दो मासूम स्कूली बच्चों समेत एक टीचर की मौत की स्थानीय प्रशासन ने पुष्टि की है.
गृह मंत्रालय ने दिए जांच के आदेश
इस हमले की खबर मिलते ही शहर की पुलिस और प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा. स्थानीय पुलिस जब मौके पर पहुंची तब एक हथियारबंद हमलावर फायरिंग करता नजर आया. जवाबी कार्रवाई में हमलावर को मौके पर ही ढेर कर दिया गया. गृह मंत्रालय ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं.
उल्यानोवस्क एरिया में गोलीबारी थमने के बाद शहर के सूचना विभाग के प्रमुख दिमित्री कमल ने पत्रकारों के साथ ये जानकारी साझा की है. फिलहाल कहा जा रहा है कि इस दौरान हमलावर समेत चार लोगों की मौत हुई है. बच्चों की उम्र की सही जानकारी नहीं मिल पाई है. जबकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गोलीबारी में मारे गए बच्चों की उम्र तीन से छह साल के बीच हो सकती है.
घरेलू संघर्ष में हिंसा
स्थानीय प्रशासन के एक सूत्र ने समाचार एजेंसी TASS को बताया कि ये शूटिंग किसी घरेलू संघर्ष का परिणाम हो सकती है. जबकि टेलीग्राम चैनल बाजा के मुताबिक, जिस समय ये हमला हुआ वहां ड्यूटी पर कोई गार्ड नहीं था.
गौरतलब है कि स्कूलों पर हमले के ऐसे मामले अक्सर अमेरिका में सामने आते हैं. जहां पर स्कूलों को इतनी बार निशाना बनाया गया कि पिछले कुछ दशकों में सैकड़ों मासूमों को इसकी कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी. इसलिए अब लंबे समय से वहां पर गन लॉ यानी बंदूक रखने के कानून में बदलाव की मांग जोर पकड़ रही है.