नई दिल्ली: पाकिस्तान में इन दिनों बाढ़ के हाहाकार से भारी मात्रा में तबाही हुई है। भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के कई हिस्सों में बाढ़ के कारण लगभग 33 मिलियन लोग प्रभावित हुए हैं। जिसमें 1,456 घायल हुए हैं और 982 लोग मारे गए हैं। शहबाज शरीफ सरकार को बचाव और राहत कार्यों में मदद के लिए सेना की ओर रुख करना पड़ा है। बाढ़ ने घरों को भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया है। पाकिस्तान की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने कहा कि 3,000 किमी से अधिक सड़कें, लगभग 150 पुल और लगभग सात लाख घर बह चुके हैं। पाकिस्तान के कई इलाकों में 30 अगस्त तक भारी बारिश की चेतावनी है।
पाकिस्तान समाचार वेबसाइट डॉन ने शनिवार की सुबह जलजले की एक तस्वीर पेश करते हुए लिखा, "... वर्तमान में, आधे से अधिक (देश) पानी के नीचे है और असामान्य मॉनसून बारिश से उत्पन्न अचानक बाढ़ के परिणामस्वरूप लाखों लोग बेघर हो गए हैं।"
इस बाढ़ की वजह से 57 लाख से अधिक लोग बेघर हो चुके हैं। ट्रिब्यून ने खैबर-पख्तूनख्वा, बलूचिस्तान और सिंध प्रांतों में 'मौत और विनाश का जलजला देखने को मिला। यहां बारिश लगातार जारी है। टूटी सड़कों और पुलों के कारण कई हिस्से मुख्य मार्गों और शहरों से कट चुके हैं। इस विनाशकारी बाढ़ में फसलों और पशुओं का भी नुकसान शामिल है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पाकिस्तान में विनाशकारी बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित सिंध और बलूचिस्तान इलाका है। पाक के रेलवे ने इन क्षेत्रों में कई स्थानों पर परिचालन निलंबित कर दिया है। पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस ने खराब मौसम के कारण शुक्रवार को बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा के लिए उड़ानें रोक दीं।
बाढ़ की विनाश लीला का अंदाजा इसी बात से पाकिस्तान सरकार इसे 'राष्ट्रीय आपातकाल' घोषित कर चुकी है। यूएन सेंट्रल इमरजेंसी रिस्पांस फंड पहले ही पाक को 3 मिलियन डॉलर आवंटित कर चुका है। द ट्रिब्यून ने यह भी कहा कि भारी बारिश की चेतावनी मंगलवार 30 अगस्त तक जारी रहेगी। आने वाले सप्ताह में और बारिश की भविष्यवाणी की गई है।