यूक्रेनी शहरों में भीषण बमबारी, क्रीमिया पर रूसी कब्जे की 8वीं वर्षगांठ पर पुतिन ने किया शक्ति प्रदर्शन
रूसी सेना ने जहां शनिवार को 24वें दिन भी यूक्रेन के कई शहरों में भीषण बमबारी कर तबाही की वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इससे ठीक पहले अपने युद्ध संबंधी फैसले के पक्ष में शक्ति प्रदर्शन किया।
रूसी सेना ने जहां शनिवार को 24वें दिन भी यूक्रेन के कई शहरों में भीषण बमबारी कर तबाही की वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इससे ठीक पहले अपने युद्ध संबंधी फैसले के पक्ष में शक्ति प्रदर्शन किया। इस बीच, यूक्रेन ने कहा है कि रूसी बलों ने उनके देश में जो बम-गोले बरसाए और बारूदी सुरंगें बिछाईं उन्हें निष्क्रिय करने में कई वर्ष लगेंगे। इनमें से कई बम-गोले व बारूदी सुरंगे फट नहीं पाई हैं।
यूक्रेन के गृहमंत्री डेनिस मोनास्तिरिस्की ने रूसी सेना से घिर चुके कीव में समाचार एजेंसी से बोलते हुए कहा कि युद्ध खत्म होने के बाद भी ऐसे बम-गोलों और बारूदी सुरंगों को हटाने में कई वर्ष लगेंगे जो फट नहीं पाए हैं। इस काम में पश्चिमी देशों की मदद की जरूरत भी पड़ेगी। मलबे के नीचे दबे ऐसे हथियार एक वास्तविक खतरा हैं। उन्होंने कहा, रूसी बलों द्वारा लगातार जारी हमलों से लगी आग से निपटना भी एक बड़ी चुनौती है।
यूक्रेनी अफसरों ने बताया, रूस ने लवीव में निकासी गलियारों को भी निशाना बनाया है। इन गलियारों का इस्तेमाल नागरिक युद्धग्रस्त शहर से बाहर निकलने और एजेंसियां वहां मदद पहुंचाने के लिए कर रही हैं। उधर, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर जंग थोपने के अपने फैसले के पक्ष में ताकत दिखाने के लिए मॉस्को में एक झंडा रैली की। क्रीमिया पर रूसी कब्जे की आठवीं वर्षगांठ पर आयोजित इस रैली में लुझनिकी स्टेडियम में करीब दो लाख लोग मौजूद रहे। मंच से नाजीवाद से लड़ने वाले नेता के तौर पर पुतिन की तारीफ की गई।
लंबे समय से नहीं दिखी ऐसी एकता : पुतिन
रूस के राष्ट्रपति ने खचाखच भरे स्टेडियम को संबोधित करते हुए कहा कि क्रेमलिन के सैनिकों ने 'कंधे से कंधा मिलाकर' लड़ाई लड़ी और एक-दूसरे का समर्थन किया। उन्होंने कहा, इस तरह की एकता लंबे समय से नहीं दिखी थी। इस दौरान जो देशभक्ति के गीत गाए गए उनके प्रारंभिक बोल थे- यूक्रेन एंड क्रीमिया, बेलारूस एंड मोल्दोवा, इट इज ऑल माई कंट्री।
लवीव में भीषण हमले
लवीव के मेयर एंड्री सदोवयी ने बताया सैन्य विमानों की मरम्मत करने वाले एक कारखाने को मिसाइलों से निशाना बनाया गया। यही नहीं बसों की मरम्मत करने वाले एक कारखाने पर भी हमला हुआ। लवीव में स्कूलों, अस्पतालों और रिहाइशी इमारतों पर भी हमले हुए। यूक्रेन की संसद के मानवाधिकार आयुक्त लुदमायला डेनीसोवा के मुताबिक शहर में इन आश्रय स्थलों पर करीब 1,300 से अधिक लोग बताए जाते हैं।
उपग्रह तस्वीरें : कई घर तबाह, इमारतें चकनाचूर
रूस के हवाई और आर्टिलरी हमले का सामना कर रहे यूक्रेन के शहरों की नई उपग्रह तस्वीरें सामने आई हैं। इनमें विनाश की भयावहता दिख रही है। अमेरिका की एक निजी कंपनी मैक्सार टेक्नोलॉजीज द्वारा जारी इन तस्वीरों के भीतर मैरियूपोल में घरों, इमारतों और दुकानों को जबरदस्त नुकसान पहुंचा है।
शहर के उत्तर-पश्चिम में होस्टोमेल, मोस्चुन, इरपीन और अन्य शहरों में किराने की दुकानों, घरों, आवासीय भवनों और अन्य बुनियादी ढांचे को नुकसान देखा जा सकता है। जबकि दक्षिणी चेर्निहीव क्षेत्र में आर्टिलरी का प्रभाव और जलता क्षेत्र दिख रहा है। तस्वीरों में दिख रहा है कि रूसी सेना बड़ी तेजी से होस्टोमेल में एंटोनोव हवाई अड्डे के पास जुटी हैं और जदिजिव्का और बेरेस्टयेंका में और उसके आसपास की अन्य जगहों के पास अपने बख्तरबंद उपकरणों की तैनाती की रक्षा और उन्हें छिपाने की कोशिश कर रही हैं।
यूएन में रूस के उप-राजदूत का ट्विटर खाता बंद
संयुक्त राष्ट्र में रूस के पहले उप-राजदूत दमित्री पोलयंस्की ने दावा किया कि ट्विटर ने मैरियूपोल के एक प्रसूति अस्पताल पर हुए हमले से जुड़े ट्वीट को लेकर उन पर 'उत्पीड़न और अत्याचार' का आरोप लगाते हुए उनका अकाउंट ब्लॉक कर दिया है। उन्होंने कहा, यह बहुत ही निंदनीय है। इससे स्पष्ट है कि ट्विटर प्रेस की आजादी और सूचनाओं के मुक्त प्रवाह को कितनी अहमियत देता है। ट्विटर पर पोलयंस्की के 22 हजार से अधिक फॉलोअर थे। उन्होंने सात मार्च को ट्वीट किया था कि चरमपंथियों ने अस्पताल को सैन्य अड्डे में बदल दिया था और यूएन का बिना प्रमाणन के दुष्प्रचार फैलाना चिंताजनक है।
मैक्रों ने पुतिन से कहा- मैरियूपोल की घेराबंदी हटाएं
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर लगभग 70 मिनट तक हुई बातचीत में मैरियूपोल की घेराबंदी हटाने, वहां मानवीय मदद पहुंचाने की अनुमति देने और तत्काल संघर्ष-विराम लागू करने का आदेश जारी करने की मांग की। इससे पहले, जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज ने भी पुतिन से फोन पर बातचीत कर मैरियूपोल में तत्काल संघर्ष-विराम घोषित करने की अपील की थी।