अफगानिस्तान में कुपोषण से 10 लाख बच्चों की जान को खतरा, 5 साल से कम उम्र के 32 लाख बच्चे शिकार
संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों ने चेताया है कि इस साल के अंत तक अफगानिस्तान में पांच साल से कम उम्र के 32 लाख बच्चे तीव्र कुपोषण का शिकार हो सकते हैं।
संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों ने चेताया है कि इस साल के अंत तक अफगानिस्तान में पांच साल से कम उम्र के 32 लाख बच्चे तीव्र कुपोषण का शिकार हो सकते हैं। इन्हें यदि तत्काल उपचार नहीं मिला तो कम से कम दस लाख बच्चों के मरने का खतरा है। देश में यूनीसेफ के प्रतिनिधि हर्वे न्यूडोविक डी लिस और विश्व खाद्य कार्यक्रम की प्रतिनिधि व निदेशक मेरी एलेन मैकग्रॉर्टी ने यह चेतावनी जारी की है।
संयुक्त राष्ट्र के दोनों निकायों के उच्च अधिकारियों ने हेरात शहर की यात्रा के बाद कहा कि अफगानिस्तान में हालात बेहद खराब हैं। गंभीर खाद्य असुरक्षा देश में 14 लाख लोगों को सीधे तौर पर प्रभावित कर रही है। इन लोगों को आर्थिक संकट के साथ भोजन, पानी और बुनियादी स्वास्थ्य व पोषण सेवाओं से भी वंचित रहना पड़ रहा है।
विश्व खाद्य कार्यक्रम के सर्वेक्षणों के मुताबिक, देश में 95 फीसदी परिवार पर्याप्त भोजन नहीं कर पा रहे हैं। वयस्कों की हालत यह है कि वे अपने बच्चों की खातिर या तो भोजन छोड़ रहे हैं या खुद कम खा रहे हैं। मैकग्रॉर्टी ने कहा कि यदि हमने अभी भी ऐसे मामलों में दखल नहीं दिया तो अफगानिस्तान में कुपोषण के हालात और भी गंभीर हो जाएंगे।