न्यूयॉर्क में हथौड़े से वार करके तोड़ी गई महात्मा गांधी की प्रतिमा, सिर को किया अलग
घृणा अपराध के संभावित मामले में अज्ञात व्यक्तियों ने इस महीने की शुरुआत में अमेरिका के न्यूयॉर्क में एक मंदिर में महात्मा गांधी की प्रतिमा को हथौड़े से तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दिया. ‘सीबीएसन्यूज डॉट कॉम’ के अनुसार, ‘सर्विलांस वीडियो’ में दिखा है कि एक व्यक्ति मंगलवार को गांधी की प्रतिमा पर हथौड़े से वार कर उसका सिर तोड़कर गिरा देता है.
घृणा अपराध के संभावित मामले में अज्ञात व्यक्तियों ने इस महीने की शुरुआत में अमेरिका के न्यूयॉर्क में एक मंदिर में महात्मा गांधी की प्रतिमा को हथौड़े से तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दिया. 'सीबीएसन्यूज डॉट कॉम' के अनुसार, 'सर्विलांस वीडियो' में दिखा है कि एक व्यक्ति मंगलवार को गांधी की प्रतिमा पर हथौड़े से वार कर उसका सिर तोड़कर गिरा देता है. कुछ मिनट बाद, छह लोगों का एक समूह बारी बारी से प्रतिमा को हथौड़े से मारकर गिरा देता है.
लिखा गया आपत्तिजनक शब्द
साउथ रिचमंड हिल स्थित श्री तुलसी मंदिर के संस्थापक लखराम महाराज के हवाले से कहा गया, उन्हें (हमलावरों को) इस तरह हमारे पीछे आते देखना बहुत दुखद है. महाराज को बुधवार को सुबह जब घटना का पता चला तब तक गांधी की प्रतिमा मलबे में बदल गई थी. मंदिर के सामने और कुछ अन्य जगहों पर स्प्रे पेंट से 'कुत्ते' भी लिखा गया था.
जांच अधिकारियों ने बताया कि दो हफ्ते पहले गांधी की वही प्रतिमा तोड़ी गई थी. एसेंबली सदस्य जेनिफर राजकुमार ने खबर में कहा, गांधी की प्रतिमा को तोड़ा जाना, वास्तव में हमारी सभी मान्यताओं के खिलाफ है और यह समुदाय के लिए बहुत परेशान करने वाली हरकत है.
खबरों में कहा गया है कि न्यूयॉर्क पुलिस विभाग संभावित घृणा अपराधों के रूप में दोनों घटनाओं की जांच कर रहा है. महाराज ने कहा कि समुदाय के कई लोग अब मंदिर जाने से डर रहे हैं. खबर में महाराज के हवाले से कहा गया, मैं मंदिर आने वाले लोगों के समक्ष यह नहीं जता सकता कि मैं चिंतित हूं क्योंकि अगर उनके सामने मैं चिंता जताऊं तो वे कैसे मजबूत होंगे? खबर में कहा गया है कि मंदिर के अधिकारी गांधी की प्रतिमा के बदले दूसरी प्रतिमा भी नहीं लगा सकते क्योंकि यह हस्तनिर्मित थी और इसकी कीमत लगभग 4,000 अमेरिकी डॉलर थी.
महाराज ने कहा, मैं बस यह जानना चाहता हूं कि उन्होंने ऐसा क्यों किया? अमेरिका में गांधी की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त या विरूपित करने का यह कोई पहला मामला नहीं है. इस साल फरवरी में मैनहट्टन के यूनियन स्क्वायर में गांधी की आठ फुट ऊंची प्रतिमा को कुछ लोगों ने विरूपित कर दिया था. खालिस्तान समर्थकों ने दिसंबर 2020 में वाशिंगटन में भारतीय दूतावास के सामने लगी गांधी की प्रतिमा को विरूपित किया था.