लिंचिंग केस: 800 लोगों पर आतंकवाद के आरोप में FIR दर्ज, गिरफ्तार किये गए 118 में से 13 प्रमुख संदिग्ध

800 लोगों पर आतंकवाद के आरोप में FIR दर्ज

Update: 2021-12-04 15:36 GMT
पाकिस्तान (Pakistan) के पंजाब प्रांत में ईशनिंदा के आरोप (Blasphemy) में एक श्रीलंकाई नागरिक की पीट-पीटकर हत्या (Sri Lankan Citizen Lynching) किये जाने के मामले में अब तक 800 से अधिक लोगों के खिलाफ आतंकवाद के आरोपों में मामला दर्ज किया गया है. इसके अलावा गिरफ्तार किये गए 118 में से 13 प्रमुख संदिग्ध हैं. पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी. इस घटना को लेकर सरकार पर दोषियों को न्याय के कठघरे में लाने का दबाव बढ़ रहा है.
शुक्रवार को हुई इस चौंकाने वाली घटना में कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) के नाराज समर्थकों ने एक कपड़ा कारखाने पर हमला किया और उसके महाप्रबंधक प्रियंता कुमारा दियावदना (Priyantha Kumara Diyawadana) को ईशनिंदा के आरोप में पीट-पीटकर मार डाला. इसके बाद उनके शव को आग लगा दी. दियावदना (40) श्रीलंका के कैंडी शहर से थे. वह पिछले सात वर्षों से लाहौर से लगभग 100 किलोमीटर दूर सियालकोट जिले में राजको उद्योग कारखाने में जनरल मैनेजर के रूप में काम कर रहे थे.
800 लोगों के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर
पुलिस महानिरीक्षक (पंजाब) राव सरदार अली खान और पंजाब सरकार के प्रवक्ता हसन खरवार ने शनिवार को यहां घटना की एक प्रारंभिक रिपोर्ट मीडिया के साथ साझा की. खान ने कहा, पुलिस ने अब तक श्रीलंकाई नागरिक की हत्या में शामिल 118 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, जिनमें 13 प्रमुख संदिग्ध शामिल हैं. उन्होंने कहा कि 800 से अधिक लोगों के खिलाफ आतंकवाद के आरोपों में प्राथमिकी दर्ज की गई है.
खान ने कहा, शुक्रवार सुबह 10 बजे कारखाने में 800 से अधिक लोगों की भीड़ जमा हो गई थी, जिन्हें बताया गया था कि कुमारा ने (इस्लामी आयत लिखा) एक स्टिकर/पोस्टर फाड़कर ईशनिंदा की है. हमलावरों ने उन्हें तलाश किया और वह छत पर मिले. भीड़ ने उन्हें घसीटा, बुरी तरह पीटा और सुबह 11.28 बजे तक उनकी मौत हो चुकी थी. इसके बाद हिंसक भीड़ ने उनके शव को आग लगा दी.
महिंदा राजपक्षे ने घटना की निंदा की
श्रीलंका की संसद और प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने पाकिस्तान में श्रीलंकाई नागरिक की पीट-पीट कर हत्या किए जाने की घटना की शनिवार को निंदा की. उन्होंने उम्मीद जतायी कि वहां के प्रधानमंत्री इमरान खान पीड़ित को न्याय दिलाने के लिये दोषियों को न्याय के कठघरे में लायेंगे और शेष श्रीलंकाई प्रवासी श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता बनाये रखेंगे.
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